'कम्युनल नहीं, देश में सेकुलर सिविल कोड हो', समान नागरिक संहिता पर लाल किले से क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौजूद सिविल कोड पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि हमारे देश का एक वर्ग मानता है और उसमें सच्चाई भी है कि जिस सिविल कोड को लेकर हम जी रहे हैं वह सचमुच में एक प्रकार का कम्युनल सिविल कोड है। भेदभाव करने वाला सिविल कोड है। इसलिए अब देश में एक सेकुलर सिविल कोड होना चाहिए।
एएनआई, नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्रचार से देश को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का जिक्र किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,"हमारे देश में सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर चर्चा की है। हमारे देश का एक वर्ग मानता है और उसमें सच्चाई भी है कि जिस सिविल कोड को लेकर हम जी रहे हैं, वह सचमुच में एक प्रकार का कम्युनल सिविल कोड है। भेदभाव करने वाला सिविल कोड है। इसलिए अब देश में एक सेकुलर सिविल कोड होना चाहिए।"
#WATCH | PM Narendra Modi says, "Supreme Court has held discussions regarding Uniform Civil Code again and again, it has given orders several times. A large section of the country believes - and it is true, that the Civil Code that we are living with is actually a Communal Civil… pic.twitter.com/0JZc6EpbVn
— ANI (@ANI) August 15, 2024
कुछ लोग देश के प्रगति को नहीं देख सकते: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने बिना नाम लिए विपक्ष पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा,"हम संकल्प के साथ बढ़ तो रहे हैं, लेकिन यह भी सच है कि कुछ लोग होते हैं, जो प्रगति देख नहीं सकते हैं। कुछ लोग भारत का भला सोच नहीं सकते हैं। देश को ऐसे लोगों से बचने की जरूरत है। ऐसे मुट्ठी भर निराशा के गर्त में डूबे हुए लोग, जब उनकी गोद में विकृति पलती है तो वह विनाश और सर्वनाश का कारण बन जाती है। ऐसे छुटपुट निराशावादी तत्वों को समझना चाहिए।