PM Modi's Russia Visit: 'नेहरूफोबिया से ग्रस्त लोगों को भी...,' जयराम रमेश का PM मोदी पर तंज; कही ये बात
पीएम नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा के लिए रूस पहुंचे हैं। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी का स्वागत किया। पीएम मोदी आज ऑस्ट्रिया की यात्रा के लिए रवाना होंगे। पीएम मोदी की ऑस्ट्रिया यात्रा को लेकर जयराम रमेश ने पीएम पर कटाक्ष किया। रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जैसे नेहरूफोबिया से ग्रस्त लोगों को भी नेहरू की भूमिका को याद करना चाहिए।
पीटीआई, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा के लिए रूस में हैं। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बाहें फैलाकर से गले मिलकर पीएम मोदी का स्वागत किया। रविवार को राष्ट्रपति पुतिन ने अपने सरकारी घर में पीएम मोदी का स्वागत किया।
पीएम मोदी की यात्रा लेकर विपक्ष ने तंज कसा है। बता दें कि कांग्रेस ने मंगलवार को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा 1950 के दशक की शुरुआत में संप्रभु और तटस्थ ऑस्ट्रिया के उदय में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को याद किया।
पीएम मोदी 'नेहरूफोबिया' से ग्रस्त- जयराम रमेश
इस दौरान जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे "नेहरूफोबिया से ग्रस्त" लोगों को भी इसे याद करना चाहिए।मोदी की ऑस्ट्रिया यात्रा से पहले, कांग्रेस महासचिव एवं संचार मामलों के प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि ऑस्ट्रिया गणराज्य की पूर्ण स्थापना 26 अक्टूबर 1955 को हुई थी, जिसे इसका राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है और ये वास्तविकता बनने में जिस व्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका थी, वह कोई और नहीं बल्कि वह व्यक्ति था, जिसे नरेंद्र मोदी नफरत करना और बदनाम करना पसंद करते हैं।
Today the non-biological PM is in Austria.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 9, 2024
The Republic of Austria was established fully only on October 26th 1955, which is celebrated as its National Day. One person who was critical to this becoming a reality was none other than the man Mr. Modi loves to hate and defame.… pic.twitter.com/scTri4EPBI
ऑस्ट्रिया के उदय में जवाहरलाल नेहरू की प्रमुख भूमिका- जयराम
रमेश ने कहा, प्रसिद्ध ऑस्ट्रियाई शिक्षाविद डॉ. हंस कोचलर ने द्वितीय विश्व युद्ध में विजयी शक्तियों के एक दशक के कब्जे के बाद एक संप्रभु और तटस्थ ऑस्ट्रिया के उदय में जवाहरलाल नेहरू द्वारा निभाई गई प्रमुख भूमिका के बारे में लिखा है।उन्होंने कहा कि नेहरू के सबसे प्रबल वैश्विक प्रशंसकों में से एक महान ब्रूनो क्रेस्की थे, जो 1970-83 के दौरान ऑस्ट्रिया के चांसलर थे।रमेश ने कहा, 1989 में डॉ. क्रेस्की ने नेहरू को इस तरह याद किया: 'जब इस सदी का इतिहास लिखा जाएगा और उन लोगों का इतिहास जिन्होंने इस पर अपनी मुहर लगाई है, तो सबसे महान और बेहतरीन अध्यायों में से एक पंडित जवाहरलाल नेहरू की कहानी होगी। यह भारत के सबसे आधुनिक इतिहास का हिस्सा होगा... बहुत पहले से ही नेहरू मेरे प्रशिक्षकों में से एक बन गए थे।
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40 सालों में पहले भारतीय पीएम की ऑस्ट्रिया यात्रा
कांग्रेस नेता ने कूटनीतिक इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए कोचलर का अवलोकन भी साझा किया।रमेश ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, नेहरूफोबिया से पीड़ित लोगों को - जैसे कि हमारे गैर-जैविक पीएम और विशेष रूप से 2019 के बाद से, हमारे विद्वान और तेजतर्रार विदेश मंत्री - को भी इसे याद रखना चाहिए।9 जुलाई को रूस में अपने कार्यक्रम समाप्त करने के बाद मोदी ऑस्ट्रिया के लिए रवाना होंगे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 40 वर्षों में पहली ऑस्ट्रिया यात्रा होगी। यह भी पढ़ें- 'बालक बुद्धि' सिर्फ बीमार त्रासदी पर्यटन में व्यस्त', भाजपा नेता अमित मालवीय ने मणिपुर दौरे को लेकर राहुल गांधी पर कसा तंजयह भी पढ़ें- 'राहुल गांधी को संसद के अंदर बंद कर मारने चाहिए थे तमाचे', कर्नाटक के भाजपा विधायक का विवादित बयान; जानें क्या है पूरा मामला