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Mahua Moitra: TMC नेता महुआ मोइत्रा की क्यों गई लोकसभा सदस्यता, क्या था आरोप? जानें सबकुछ

तृणमूल कांग्रेस के नेता महुआ मोइत्रा पर कैश-फॉर-क्वेरी मामले में शुक्रवार को कार्रवाई हुई। 49 साल की महुआ मोइत्रा पर अदाणी समूह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने के लिए कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर सदन में सवाल पूछने के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था। उनपर आरोप था कि उन्होंने संसद में 61 सवाल पूछे जिनमें से 50 सवाल अदाणी समूह से जुड़े थे।

By Sonu GuptaEdited By: Sonu GuptaUpdated: Fri, 08 Dec 2023 04:51 PM (IST)
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TMC नेता महुआ मोइत्रा को संसद से किया गया निष्कासित। फोटोः पीटीआई।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Mahua Moitra Expelled From Parliament: तृणमूल कांग्रेस के नेता महुआ मोइत्रा पर कैश-फॉर-क्वेरी मामले में शुक्रवार को कार्रवाई हुई। भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर ने मोइत्रा के खिलाफ एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को लोकसभा में पेश किया, जिसके बाद उनको संसद से निष्कासित करने की आचार संहिता समिति की रिपोर्ट को मंजूरी दे दी गई। मालूम हो कि समिति की रिपोर्ट में महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की गई थी।

महुआ पर पैसे लेकर सवाल पूछने का है आरोप

49 साल की महुआ मोइत्रा पर अदाणी समूह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने के लिए कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर सदन में सवाल पूछने के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था। इस मामले पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने वकील जय अनंत देहाद्राई के माध्यम से मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को शिकायत भेजी थी। हालांकि, महुआ मोइत्रा भाजपा सांसद द्वारा अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को लगातार निराधार बताती रहीं।

संसदीय वेबसाइट का आईडी-पासवर्ड शेयर करने का आरोप

मालूम हो कि मोइत्रा पर आरोप था कि उन्होंने संसदीय वेबसाइट पर एक गोपनीय खाते में लॉग-इन करने के लिए हीरानंदानी को अपनी आईडी और पासवर्ड दे दिया था, ताकि वह सीधे प्रश्न पोस्ट कर सकें। हालांकि, उन्होंने पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप से इनकार किया था लेकिन लॉग-इन विवरण को साझा करने की बात स्वीकार की थी।

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मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा आचार समिति ने सौंपी थी रिपोर्ट

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा महुआ मोइत्रा पर लगाए गए इन आरोपों के बाद मामले पर जांच के लिए एक समिति गठित की गई थी। भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली लोकसभा आचार समिति ने इस महीने की शुरुआत में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश की गई थी।

निशिकांत दुबे ने लगाया था आपराधिक साजिश रचने का आरोप

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने वकील जय अनंत देहाद्राई के माध्यम से मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को शिकायत भेजी थी। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि महुआ ने संसद में कुल 61 सवाल पूछे थे, जिनमें 50 सवाल सिर्फ अदाणी समूह से जुड़े हुए थे। निशिकांत के मुताबिक, महुआ ने रियल एस्टेट समूह हीरानंदानी ग्रुप के प्रमुख और अरबपति कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को फायदा पहुंचाने के लिए आपराधिक साजिश रची थी।

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