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Param Vir Chakra: साहस और शौर्य का सूचक है परमवीर चक्र, किसे और क्यों दिया जाता है भारत का सर्वोच्च पदक

Param Vir Chakra भारत का सर्वोच्च सैन्य वीरता सम्मान परमवीर चक्र देश के वीर जवानों के अदम्य साहस का पर्याय है। इसकी शरुआत 26 जनवरी 1950 में की गई थी। सबसे पहले मेजर सोमनाथ शर्मा को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।

By Preeti GuptaEdited By: Preeti GuptaPublished: Sun, 07 May 2023 04:52 PM (IST)Updated: Sun, 07 May 2023 04:52 PM (IST)
भारत के जवानों के अदम्य साहस का पर्याय है परमवीर चक्र

नई दिल्ली, प्रीति गुप्ता। सैन्य कर्मियों को उनकी असाधारण बहादुरी के लिए वीरता पुरस्कार दिए जाते हैं। दुश्मनों के सामने जवानों के आदम्य साहस के लिए उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया जाता है। परमवीर चक्र भारत का सर्वोच्च सैन्य वीरता सम्मान है, जो सैन्य सेवा तथा उससे जुड़े लोगों को दिया जाता है। लेकिन क्या आप इससे जुड़े हुए इतिहास को जानते हैं? कब हुई थी इसकी शुरुआत और यह सबसे पहले किसे दिया गया था।

परमवीर चक्र की कब हुई थी शुरुआत

सैन्य कर्मियों को उनके साहस, बलिदान और दुश्मनों को मिट्टी में मिला देने के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया जाता है। परमवीर चक्र सैन्य सेवाओं में सर्वोच्च वीरता पुरुस्कार है। इसकी शुरुआत 26 जनवरी 1950 में हुई थी। यह पदक मरणोपरांत भी दिया जाता है। इस पुरस्कार को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न के बाद सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समझा जाता है। परमवीर चक्र को विदेशी महिला 'सावित्री खालोनकर उर्फ सावित्री बाई' ने डिजाइन किया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि परमवीर चक्र को अमेरिका के सम्मान पदक तथा यूनाइटेड किंगडम के विक्टोरिया क्रॉस के बराबर का दर्जा हासिल है।

कैसा होता है परमवीर चक्र?

परमवीर चक्र सेना में मिलने वाला सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है। यह सम्मान सेना के उन जाबांजों को दिया जाता है, जिन्होंने दुश्मन की उपस्थिति में बहादुरी, वीरता, आत्म-बलिदान के साहसी कार्य किया हो। यह चक्र वॉर टाइम में साहसी प्रदर्शन करने के लिए दिया जाता है.

मेडल- गोलाकार, कांस्य निर्मित, 1.38 इंच का व्यास और ऊपर केंद्र में उभरी हुए राज्य के प्रतीक के साथ 'इन्द्र के वज्र' की चार प्रतिकृतियां होती हैं। वहीं पिछले भाग पर हिंदी और अंग्रेजी के बीच में दो कमल के फूलों के साथ हिंदी और अंग्रेजी दोनों में परम वीर चक्र उभरा हुआ होता है।

फीता- सादा बैंगनी रंग का फीता

क्यों दिया जाता है परमवीर चक्र?

भारतीय सेना, नौ सेना और वायु सेना के जवानों ने आजादी के 75 सालों में हर बार हिंदुस्तान का सिर फख्र से ऊंचा किया है। बहादुर जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना हमेशा दुश्मनों को पराजित किया है। देश की थल सेना, वायु सेना और नौसेना के शूरवीरों ने जब-जब दुश्मनों को मात दी है तब-तब उनके आत्म-त्याग शौर्य, बलिदान के लिए उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया है। देश के राष्ट्रपति के हाथों से बहादुर जवानों को परमवीर चक्र से सम्मानित किया जाता है।

सबसे पहले किसे मिला था परमवीर चक्र?

भारत का सबसे बड़े दुश्मन पाकिस्तान ने जब-जब धरती के स्वर्ग कश्मीर को कब्जाने की कोशिश की है, तब-तब भारतीय सेना ने उन्हें खादेड़ फेका है। कश्मीर पर कब्जे की पाकिस्तान की साजिश को नाकाम करने के लिए देश के सर्वोच्च वीरता पुरुस्कार को सबसे पहले मेजर सोमनाथ शर्मा को दिया गया था। यह वही वीर योद्धा हैं, जिन्‍हें स्वतंत्र भारत में पहला परमवीर चक्र प्राप्त हुआ है। वह महज 24 साल की आयु में वीरगति को प्राप्त हुए।

क्यों मिला था सोमनाथ शर्मा को परमवीर चक्र?

सोमनाथ शर्मा कुमाउं रेजीमेंट में अधिकारी थे। उन्होंने तीन नवंबर 1947 को जान देकर श्रीनगर एयरपोर्ट को दुश्मनों से बचाया था। उन्होंने अपने अदम्य साहस व वीरता के दम पर पाकिस्तानी ट्राइब फोर्सेज के 700 जवानों को रोके रखा था। दुश्मन लगातार मोर्टार दागकर भारती सेना पर हमला कर रहे थे। लेकिन ऐसी स्थिति में भी मेजर सोमनाथ शर्मा ने साहस न छोड़ा और पाकिस्तान के मंसूबों को ढेर कर दिया। मेजर सोमनाथ शर्मा को उनकी बहादुरी के लिए मरणोपरांत 26 जनवरी 1950 को परमवीर चक्र दिया गया था, जिसे उनके स्‍वजनों ने लिया था।

कितने लोगों को मिला है परमवीर चक्र?

भारत का सर्वोच्च सैन्य वीरता सम्मान परमवीर चक्र की शुरुआत 26 जनवरी 1950 को हुई थी और तब से अभी तक 21 सैनिकों को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया है, जिनमें से 14 सैनिकों को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया है।

इन 21 जवानों की आसाधरण बहादुरी के लिए मिला परमवीर चक्र

1. मेजर सोमनाथ शर्मा 2.लांस नायक करम सिंह 3.लेफ्टिनेंट राम राघोबा राणे 4.नायक जदुनाथ सिंह 5.हवलदार मेजर पीरू सिंह 6.कैप्टन गुरबचन सिंह सलारिया 7.मेजर धन सिंह थापा 8.सूबेदार जोगिंदर सिंह 9.मेजर शैतान सिंह 10.अब्दुल हमीद 11.शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर बुरजोरजी तारापोरे 12.अलबर्ट एक्का 13.मेजर होशियार सिंह 14.सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल 15.फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों 16.मेजर परमेश्वरन 17.सूबेदार बन्ना सिंह 18.विक्रम बत्रा 19.कैप्टन मनोज पांडे 20.बेदार मेजर संजय कुमार 21.कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव

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परमवीर चक्र के साथ क्या मिलता है?

परमवीर चक्र पाने वाले योद्धाओं को सरकार की ओर से कई सारी सुविधाएं भी दी जाती हैं। परमवीर प्राप्त करने वाले बहादुर जवान को नकद भत्ता दिया जाता है। साल 1996 से परमवीर चक्र पाने वाले जवान को प्रति माह 3000/- रुपये की राशी प्रदान की जाती है और यह पदक जितनी बार प्रदान किया जाएगा, हर बार उतनी ही राशी प्रदान की जाएगी, जितनी पहली बार पदक प्राप्त करने पर प्रदान की गई थी।

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