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Asad Ahmed Encounter: ये हैं देश के 5 सबसे बड़े एनकाउंटर, हैदराबाद मुठभेड़ की कहानी तो फर्जी हो गई थी साबित

यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को उमेश पाल हत्‍याकांड के मुख्‍य आरोप‍ित माफ‍िया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद (Asad Ahmed) और गुलाम को एनकाउंटर में मार दिया। पुलिस ने कई कुख्यात अपराधियों का एनकाउंटर किया है जिनसे कभी लोग डरते थे। ये हैं देश के कुछ चर्चित एनकाउंटर। Jagran Photo

By Devshanker ChovdharyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 13 Apr 2023 05:45 PM (IST)
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ये हैं देश के 5 सबसे बड़े एनकाउंटर।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को उमेश पाल हत्‍याकांड के मुख्‍य आरोप‍ित माफ‍िया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद (Asad Ahmed) और गुलाम (Ghulam) को एनकाउंटर में मार दिया। एनकाउंटर में मारे गए दोनों अपराधी प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे। बता दें कि दोनों अपराधियों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम रखा था।

इससे पहले, उमेश पाल की हत्या के तीसरे रोज पुलिस ने शूटरों की कार के ड्राइवर अरबाज को एनकाउंटर में मार गिराया था। वहीं, इसके कुछ दिन बाद ही एक और शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान कौंधियारा इलाके में एसओजी के साथ एनकाउंटर में मारा गया था। इसके साथ ही विभिन्न राज्यों की पुलिस ने कई कुख्यात अपराधियों का एनकाउंटर किया है, जिनसे कभी लोग डरते थे। ये हैं देश के कुछ चर्चित एनकाउंटर।

अतीक अहमद के बेटे असद अहमद का एनकाउंटर

13 अप्रैल 2023 को उमेश पाल हत्‍याकांड के मुख्‍य आरोप‍ित माफ‍िया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद (Asad Ahmed) को यूपी एसटीएफ ने झांसी में मुठभेड़ के दौरान मार ग‍िराया। असद के साथ उसका साथी गुलाम (Ghulam) भी एनकाउंटर में मारा गया। दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे और दोनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। इस दौरान पुल‍िस ने दोनों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद क‍िए।

विकास दुबे का एनकाउंटर

10 जुलाई 2021 को यूपी के हिस्ट्री शीटर और गैंगस्टर विकास दुबे का एनकाउंटर किया गया था। विकास दुबे के नाम पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज थे, लेकिन एनकाउंटर से महज एक सप्ताह पहले तीन जुलाई 2021 को उसने आठ पुलिसकर्मी को मार दिया था। दरअसल, तीन जुलाई को कानपुर के बिकरू गांव में यूपी पुलिस की टीम विकास दुबे को पकड़ने के लिए गई थी, जिस दौरान मुठभेड़ शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इसके बाद, यूपी पुलिस ने विकास दुबे को तलाशने के लिए एड़ी-चोटी एक कर दी।

9 जुलाई 2020 को वह मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में पकड़ा जाता। विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद उसे यूपी लाने की तैयारी शुरू होती है और इसी क्रम में 10 जुलाई की सुबह खबर मिलती है कि यूपी आते वक्त कानपुर के पास रास्ते में उसकी कार पलट गई। कार पलटने के बाद विकास दुबे ने भागने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया और विकास दुबे का अंत हो गया।

हैदराबाद एनकाउंटर

26 नवंबर 2019 की रात हैदराबाद में एक पशु चिकित्सक डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना सामने आई थी। वेटनरी डॉक्टर की जिस तरह से हत्या की गई थी, वह काफी भयावह था। पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की और घटना में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियो को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की।

बता दें कि पुलिस की जांच चल ही रही थी कि 6 दिसंबर 2019 को खबर आई की तड़के करीब तीन बजे चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को सीन रिक्रीएट करने के लिए घटनास्थल पर ले जाया गया, जहां उन्होंने पुलिस से हथियार छिन कर भागने का प्रयास किया और जवाबी कार्रवाई में मुठभेड़ के दौरान उन चारों की मौत हो गई।

हालांकि, इस एनकाउंटर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित आयोग ने फर्जी बताया था। सुप्रीम कोर्ट की कमिटि ने इस एनकाउंटर में शामिल कुछ पुलिसकर्मियों को दोषी माना था। वहीं, कोर्ट ने इसकी रिपोर्ट को सार्वजनिक करने का आदेश दिया था।

गैंगस्टर आनंद पाल का एनकाउंटर

24 जून 2017 को राजस्थान में खौफ का पर्याय बन चुका कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर किया गया था। राज्य एसओजी और स्थानीय पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में पांच लाख का इनामी गैंगस्टर आनंदपाल करीब डेढ़ वर्ष से फरार चल रहा था। मुठभेड़ के दौरान आनंदपाल और उसके दो साथियों ने पुलिस पर एके-47, बंदूक और रायफल से करीब 100 राउंड फायर किए। पुलिस की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई। इस दौरान आनंदपाल को छह गोलियां लगीं और वह मौके पर ही मारा गया और उसके दो साथी पकड़े गए।

बाटला हाउस एनकाउंटर

19 सितंबर 2008 को बाटला हाउस एनकाउंटर हुआ था। देश के सबसे चर्चित इस एनकाउंटर में दो आतंकी मारे गए थे। बता दें कि इससे करीब पांच दिन पहले 13 सितंबर को दिल्ली में पांच बड़े बम ब्लास्ट हुए थे। इनमें 39 लोगों की मौत हो गई थी और 150 से ज्‍यादा घायल हुए थे। आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन ने बम ब्लास्ट की जिम्‍मेदारी ली थी।