लाल-नीली बत्ती से शुरू हुआ बवाल... अब IAS पूजा खेडकर की उम्मीदवारी तक पहुंची आंच; जांच समिति गठित
Pooja Khedkar IAS चौतरफा विवादों में घिरीं ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। केंद्र सरकार ने उनकी आईएएस की उम्मीदवारी की जांच करने के आदेश दे दिए हैं और इसके लिए समिति का भी गठन कर दिया है। समिति दो सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इधर पुणे ट्रैफिक पुलिस ने भी निजी वाहन में लाल बत्ती लगाने पर पूजा को नोटिस भेजा है।
एएनआई, नई दिल्ली। ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर चारों तरफ से घिरती नजर आ रही हैं। प्राइवेट गाड़ी में नीली-लाल बत्ती लगाने से शुरू हुआ बवाल अब उनकी आईएएस की उम्मीदवारी तक पहुंच गया है। केंद्र सरकार ने उनके दावों की जांच के लिए समिति का गठन कर दिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार आईएएस पूजा खेडकर की उम्मीदवारी के दावों और अन्य विवरणों को सत्यापित करने के लिए भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव रैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी की अध्यक्षता में एक सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति 2 सप्ताह में सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
The Central Government has constituted a single-member Committee, chaired by a senior officer of the rank of Additional Secretary to Government of India to verify the candidature claims and other details of IAS Puja Manorma Dilip Khedkar, a candidate of Civil Services…
— ANI (@ANI) July 11, 2024
पुणे ट्रैफिक पुलिस ने भेजा नोटिस
इधर, पुणे ट्रैफिक पुलिस ने भी पूजा खेडकर पर एक्शन लेते हुए उन्हें निजी गाड़ी में एम्बर बत्ती लगाने के लिए नोटिस भेजा है। पुणे के चतुश्रृंगी यातायात डिवीजन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शफ़ील पठान ने एएनआई को बताया, 'चार पहिया वाहन में कार के सामने एक एम्बर बत्ती लगी हुई है और उस पर महाराष्ट्र सरकार लिखा हुआ है। उक्त निजी वाहन के विरुद्ध मोटर वाहन अधिनियम की धारा 177 के तहत कानूनी कार्रवाई की गई है।'उन्होंने कहा, 'यह भी देखा जा रहा है कि उक्त वाहन के खिलाफ पहले भी यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की गई है। उक्त बिल भी बिना शुल्क भुगतान के लंबित है। हमें जानकारी मिली है कि वे उक्त निजी वाहन का उपयोग कर रहे हैं। हांलाकि यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि उक्त निजी वाहन को आगे के कानूनी निरीक्षण के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ चतुरश्रृंगी परिवहन विभाग में प्रस्तुत करना होगा।'