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देश की पहली ट्रांसजेंडर सब-इंस्पेक्टर बनेगी प्रितिका

चेन्नई निवासी के. प्रितिका यशिनी भारत की पहली ट्रांसजेंडर सब-इंस्पेक्टर होगी। 25 वर्षीय प्रितिका को मद्रास हाईकोर्ट ने गुरुवार को सब-इंस्पेक्टर पोस्ट के लिए फिट कैंडिडेट घोषित किया। मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सेवा भर्ती बोर्ड को निर्देश दिया है कि वह प्रितिका (ट्रांसजेंडर) को पुलिस सब-इंस्पेक्टर के तौर पर तैनात

By Sachin kEdited By: Updated: Fri, 06 Nov 2015 01:48 PM (IST)
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चेन्नई। चेन्नई निवासी के. प्रितिका यशिनी भारत की पहली ट्रांसजेंडर सब-इंस्पेक्टर होगी। 25 वर्षीय प्रितिका को मद्रास हाईकोर्ट ने गुरुवार को सब-इंस्पेक्टर पोस्ट के लिए फिट कैंडिडेट घोषित किया। मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सेवा भर्ती बोर्ड को निर्देश दिया है कि वह प्रितिका (ट्रांसजेंडर) को पुलिस सब-इंस्पेक्टर के तौर पर तैनात करे क्योंकि वह यह नौकरी पाने का हक रखती है।

प्रितिका ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वो बता नहीं सकतीं कि वो कितनी खुश हैं इसे वो शब्दों में बयां नहीं कर सकती हैं।

न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति पुष्पा सत्यनारायण की पहली पीठ ने बोर्ड को यह भी आदेश दिया कि अगली भर्ती प्रकिया से वह तीसरे लिंग की श्रेणी में ट्रांसजेंडर को भी शामिल करे।

ट्रांसजेंडर के. प्रितिका यशिनी के आवेदन पत्र को प्रारंभिक तौर पर नामंजूर कर दिया गया था जिसके बाद वह हाईकोर्ट चली गई थी। उसने हाईकोर्ट में सुप्रीम कोर्ट की उस व्यवस्था का हवाला दिया जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों को ट्रांसजेंडरों को सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ा मानते हुए उनके उत्थान के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए गए थे।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडरों को सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ा मानते हुए उनके उत्थान के लिए कदम उठाने के निर्देश के साथ सरकारी भर्तियों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश के लिए सभी प्रकार के आरक्षण के लाभ देने के भी निर्देश दिए थे।