Tripura Bypolls: त्रिपुरा उपचुनाव में CPI (M) ने लगाया धांधली का आरोप, कर दी काउंटिंग के बहिष्कार की घोषणा
त्रिपुरा उपचुनाव में सीपीआई (एम) ने बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाते हुए मतगणना के बहिष्कार की घोषणा की है। सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे ने गुरुवार (7 सितंबर) को घोषणा करते हुए कहाचुनाव आयोग ने त्रिपुरा उपचुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली को रोकने के लिए कदम नहीं उठाया इसलिए हम वोटों की गिनती का बहिष्कार करेंगे।
By Abhinav AtreyEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Fri, 08 Sep 2023 04:00 AM (IST)
अगरतला, एजेंसी। त्रिपुरा उपचुनाव में सीपीआई (एम) ने बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाते हुए मतगणना के बहिष्कार की घोषणा की है। सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे ने गुरुवार (7 सितंबर) को घोषणा करते हुए कहा, "चुनाव आयोग ने त्रिपुरा उपचुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली को रोकने के लिए कदम नहीं उठाया इसलिए हम वोटों की गिनती का बहिष्कार करेंगे।"
राज्य की सिपाहीजला जिले की धनपुर और बॉक्सानगर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मंगलवार को मतदान हुआ था। दोनों सीटों पर औसतन 86.50 फीसदी मतदान हुआ। वाममोर्चा ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए का कहा कि वोटिंग के दौरान बड़े पैमाने पर धांधली हुई है।
चुनाव आयोग ने कोई कदम नहीं उठाया- नारायण कर
वाम मोर्चा के संयोजक नारायण कर ने बुधवार रात आरोप लगाया, "हमने वोटिंग की शुरुआत से ही चुनाव आयोग का ध्यान इस ओर आकर्षित किया। लेकिन, दुख की बात है कि आयोग द्वारा बड़े पैमाने पर धांधली को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।"चुनाव रद्द करके नए सिरे से वोटिंग हो- वाम मोर्चा
उन्होंने कहा, वाम मोर्चे ने चुनाव रद्द करने और नए सिरे से वोटिंग करवाने की मांग की है, लेकिन चुनाव आयोग ने इस संबंध में कोई भी कदम उठाने से इनकार कर दिया। नारायण कर कहा, "चुनाव आयोग का मकसद बिल्कुल स्पष्ट है। ऐसी स्थिति में 8 सितंबर को होने वाली वोटों की गिनती में शामिल होने का क्या मतलब है? इसलिए, हमने गिनती का बहिष्कार करने का फैसला किया है।"बता दें कि सीपीआई (एम) विधायक समसुल हक की मौत के कारण बॉक्सानगर विधानसभा और केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के धनपुर विधानसभा के विधायक पद से इस्तीफा देने के कारण यहां उपचुनाव करवाए जा रहे हैं। बॉक्सानगर सीट से बीजेपी के तफज्जल हुसैन सीपीआई (एम) के मिज़ान हुसैन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। यहां कुल 43,087 वोटरों में से 66 प्रतिशत अल्पसंख्यक मतदाता हैं।