त्रिपुरा में बाढ़ से हाहाकर, अब तक 22 लोगों की मौत; 65 हजार से अधिक ने राहत शिविरों में ली शरण
Tripura Floods त्रिपुरा में लगातार बारिश से बाढ़ के हालात निर्मित हो गए हैं जिससे 17 लाख लोग प्रभावित हैं। अब तक बाढ़ से 22 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 65 हजार से भी अधिक लोग राहत शिविरों में रहने पर मजबूर हैं। मुख्यमंत्री माणिक साहा ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।
पीटीआई, नई दिल्ली। त्रिपुरा में लगातार बारिश और बाढ़ के चलते स्थिति गंभीर बन गई है। बाढ़ में 22 लोगों की मौत हो गई है और दो अन्य लापता हैं। बुनियादी ढांचे, फसलों और पशुधन को भी भारी नुकसान हुआ है। राज्य में 65,400 लोगों ने 450 राहत शिविरों में शरण ली है, क्योंकि भारी बारिश के कारण उनके घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
पूर्वोत्तर राज्य में बाढ़ से करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री माणिक साहा ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। केंद्र ने बाढ़ प्रभावित त्रिपुरा के लिए 40 करोड़ रुपये जारी करने को मंजूरी दी है। अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद शुक्रवार को भारत के पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में जीवनरक्षक नौकाओं में सवार सैनिकों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
थमा बारिश का सिलसिला
कारें और बसें सड़कों पर घुटनों तक पानी में फंसी हुई थीं। शुक्रवार की सुबह से स्थिति में कुछ सुधार के संकेत दिखे हैं, गुरुवार को भारी बारिश का सिलसिला थम गया है, जिससे गुमती, खोवाई, फेनी सहित प्रमुख नदियों के जल स्तर में कमी आई है, जो उफान पर थीं। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुशांत चौधरी ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में भीषण बाढ़ के बावजूद त्रिपुरा में खाद्य पदार्थों और ईंधन का पर्याप्त भंडार है।त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने उदयपुर, अमरपुर और कारबुक क्षेत्रों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और उन्होंने कई राहत शिविरों का भी दौरा भी किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बाढ़ राहत और बचाव कार्यों में राज्य सरकार की सहायता के लिए केंद्र ने एनडीआरएफ की 11 टीम, सेना की तीन टुकडि़यां और भारतीय वायुसेना के चार हेलिकाप्टर तैनात किए हैं।
गृह मंत्री ने दिया मदद का आश्वासन
गृह मंत्री ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए त्रिपुरा में हमारे भाई-बहन इस कठिन समय में मोदी सरकार को कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा पाएंगे। इससे पहले शाह ने मुख्यमंत्री माणिक साहा से फोन पर बात करके राज्य में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया था और उन्हें केंद्र की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया था।बांग्लादेश में बाढ़ से 13 लोगों की हुई मौत
बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ से 13 लोगों की मौत हो गई है। इस बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित हुए और कई परिवार विस्थापित हो गए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के कुल 64 जिलों में से 11 में बाढ़ के कारण लगभग 44 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश और पहाडि़यों से पानी के प्रवाह के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन देश के कई हिस्सों में मकान, फसल, सड़क और राजमार्गों को भारी नुकसान पहुंचा है। राहत और बचाव के लिए कई केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर करीब 200,000 लोगों ने शरण ली है।