'राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि त्रिपुरा के कोने-कोने तक न्याय पहुंचे'- CM माणिक साहा
त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही थे जिन्होंने बिना किसी आंदोलन या मांग के बांग्लादेश के साथ राज्य की सबसे दक्षिणी सीमा सबरूम को ब्रॉड-गेज रेलवे सुविधा दी। अब अगरतला तक कई एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं जिससे राज्य की रेल कनेक्टिविटी बढ़ रही है। उनके नेतृत्व से अब राज्य में 923 किमी की दूरी तय करने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग हैं।
पीटीआई, अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने रविवार को कहा कि त्रिपुरा सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि अंतिम छोर तक के लोगों को भी न्याय मिले। सीएम ने यहां रवीन्द्र भवन में राज्यत्व दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
'अंतिम छोर तक मिलेगा न्याय'
माणिक साहा ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को 'राम राज्य' की तरह चलाने की कोशिश कर रहे हैं, जहां अंतिम छोर के लोगों को भी न्याय मिले और उन्हें अपने विचार व्यक्त करने की गुंजाइश मिले। हम भी राज्य चलाने के लिए उनका अनुसरण करने की कोशिश कर रहे हैं।" साहा ने कहा कि सरकार ने केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए पहले से ही एक सुशासन कार्यक्रम शुरू कर दिया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी छूट न जाए।
'त्रिपुरा सबसे लाभान्वित राज्य'
लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करने का आह्वान करते हुए सीएम ने कहा कि पीएम के हाथों को मजबूत करने का मतलब देश और राज्यों को मजबूत करना है। साहा ने दावा किया कि जब पूर्वोत्तर क्षेत्र, विशेषकर त्रिपुरा के विकास की बात आती है, तो प्रधानमंत्री उदार हैं। सीएम ने कहा, "त्रिपुरा पूर्वोत्तर राज्यों में सबसे अधिक लाभान्वित राज्य है, क्योंकि इसे राजमार्ग, आई-वे, रेलवे और वायुमार्ग प्राप्त हुए हैं। अब, राज्य में 923 किमी की दूरी तय करने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग हैं और 229 किमी के चार और राष्ट्रीय राजमार्ग पाइप लाइन में हैं।"रेलवे कनेक्टिविटी को लेकर किया दावा
साहा ने कहा कि कुछ छोटे-मोटे काम करने के बाद भारत-बांग्लादेश रेलवे कनेक्टिविटी शुरू होने वाली है। उन्होंने कहा, "मैत्री सेतु के चालू होने के बाद त्रिपुरा (सबरूम) दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के लिए प्रवेश द्वार होगा, क्योंकि यह बांग्लादेश के चटगांव समुद्री बंदरगाह तक सीधी पहुंच प्रदान करेगा।"यह भी पढ़ें: Ram Mandir: 'PM मोदी की लीडरशिप और मेहनत का परिणाम है राम मंदिर', प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री के कायल हुए न्यूजीलैंड की मंत्री
उन्होंने कहा, "यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही थे, जिन्होंने बिना किसी आंदोलन या मांग के बांग्लादेश के साथ राज्य की सबसे दक्षिणी सीमा सबरूम को ब्रॉड-गेज रेलवे सुविधा दी। अब, अगरतला तक कई एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं, जिससे राज्य की रेल कनेक्टिविटी बढ़ रही है।" बिना नाम लिए वामपंथी शासन पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि माणिक्य राजवंश ने अपने शासन के दौरान पूर्वोत्तर राज्य के लोगों के लिए चमत्कार किए थे, लेकिन उनके योगदान को अज्ञात कारणों से दबा दिया गया था।