'अपनी ताकत और कमजोरियों को जानते हैं सच्चे नेता,' ऐसा क्यों बोले CJI डीवीई चंद्रचूड़?
प्रधानन्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने रविवार को कहा कि सच्चे नेता अपनी ताकत और कमजोरियों को पहचानते हैं और वे अपनी ताकत का इस्तेमाल दूसरों को आगे बढ़ाने में करते हैं जबकि अपनी कमियों को दूर करने के लिए मदद लेते हैं। नेशनल ला स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी के 32वें वार्षिक दीक्षा समारोह में बोलते हुए जस्टिस चंद्रचूड़ ने व्यक्तित्व और धैर्य के साथ निर्णय लेने के महत्व पर जोर दिया।
पीटीआई, बेंगलुरु: प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने रविवार को कहा कि सच्चे नेता अपनी ताकत और कमजोरियों को पहचानते हैं और वे अपनी ताकत का इस्तेमाल दूसरों को आगे बढ़ाने में करते हैं, जबकि अपनी कमियों को दूर करने के लिए मदद लेते हैं।
नेशनल ला स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (एनएलएसआइयू) के 32वें वार्षिक दीक्षा समारोह में बोलते हुए जस्टिस चंद्रचूड़ ने व्यक्तित्व और धैर्य के साथ निर्णय लेने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, निर्णय लेने की प्रक्रिया अनिश्चितता से भरी होती है, लेकिन इससे डरने की कोई बात नहीं है क्योंकि अनिश्चितता के इन्हीं क्षणों में आपका चरित्र गढ़ा जाता है।
जस्टिस चंद्रचूड़ ने युवा स्नातकों से किया आग्रह
आने वाले सालों में आपका जो भी रास्ता हो, आपके अपने फैसलों के सकारात्मक परिणाम होने की संभावना है और मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप धैर्य और विनम्रता को अपना साथी बनाकर इस यात्रा पर चलें। जस्टिस चंद्रचूड़ ने युवा स्नातकों से आग्रह किया कि वे न केवल विद्वान बनें, बल्कि दयालु इंसान भी बनें।
बॉम्बे हाई कोर्ट के नए परिसर की रखेंगे आधारशिला
आज बॉम्बे हाई कोर्ट के नए परिसर की रखेंगे आधारशिला जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ सोमवार को मुंबई के बांद्रा पूर्व में बांबे हाई कोर्ट के नए परिसर की आधारशिला रखेंगे। नए परिसर का निर्माण चरणबद्ध तरीके से 30.16 एकड़ भूमि पर किया जाएगा। इसके लिए 4.39 एकड़ भूमि पहले ही दी जा चुकी है।