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'ब्राह्मणवादी आधिपत्य ध्वस्त करो' पोस्टर दिखाकर फंसे सीइओ, ट्विटर इंडिया ने दी सफाई

ट्विटर के सीइओ जैक डोरसी को एक विवादास्‍पद पोस्‍टर दिया। इसको लेकर कई लोगों ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है और माफी मांगने के लिए कहा है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Tue, 20 Nov 2018 03:37 PM (IST)
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'ब्राह्मणवादी आधिपत्य ध्वस्त करो' पोस्टर दिखाकर फंसे सीइओ, ट्विटर इंडिया ने दी सफाई
नई दिल्‍ली, जेएनएन। पिछले दिनों माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर के सह संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैक डोरसी भारत की यात्रा पर थे। उस दौरान उन्‍होंने मंगलवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्‍होंने कई अन्‍य कार्यक्रमों में भी भाग लिया। इस दौरान महिला पत्रकारों, दलित कार्यकर्ताओं के एक कार्यक्रम में राउंड टेबल भाग लिया।

यह विवाद और गरम हुआ, जब एक पत्रकार ने कार्यक्रम की एक ग्रुप फोटो को शेयर किया। इसमें जैक डोरिस, ट्विटर की अमृता त्रिपाठी, लीगल हेड विजया गड्डे और बाकी दूसरे एक्टिविस्ट और लेखकों के साथ नजर आ रहे हैं। कार्यक्रम में ट्विटर के सीइओ जैक डोरसी को एक विवादास्‍पद पोस्‍टर दिया, जिसमें लिखा था कि ब्राह्मणवादी आधिपत्य ध्वस्त करो। ट्विटर पर इस तस्वीर के सामने आते ही जैक डोरिस को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा। इसको लेकर कई लोगों ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है और माफी मांगने के लिए कहा।

प्रसिद्ध उद्योगपति मोहन दास पाई ने कहा कि बिल्‍कुल बकवास। क्या आप उम्मीद करते हैं कि लोग इन झूठों पर विश्वास करते हैं? बराबरी का समर्थन करने के लिए जैक ने एक पोस्टर हाथों में लिया है। क्या उन्‍होंने ऐसा किसी अन्य देश किया है। क्‍या उन्‍होंने पूछा कि इसका मतलब क्‍या है? दिल्‍ली में उन्‍हें चरम वामपंथियों ने मूर्ख बनाया है। कृपया इसे ढकने की कोशिश न करें। अगर पर आप इसके लिए माफी मांगते हैं, तो आपके ऋणी होंगे। पत्रकार चित्रा सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर आप चीन में होते तो क्‍या शी शिनपिंग से स्‍वतंत्र और निष्‍पक्ष चुनाव के लिए कहते।  

ट्विटर इंडिया ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि यह ट्विटर या हमारे सीइओ का बयान नहीं है, लेकिन दुनिया भर में हमारी सेवा पर होने वाली महत्वपूर्ण सार्वजनिक वार्तालापों के सभी पक्षों को देखने, सुनने और समझने के लिए हमारी कंपनी के प्रयासों का एक वास्तविक प्रतिबिंब है।