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ट्विटर ने पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका, गिलगित-बाल्टिस्तान को भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में दिखाया

पाकिस्तान ने गैरकानूनी तौर पर गिलगित-बाल्टिस्तान पर कब्जा कर रखा है पर भारत इसे कानूनी तौर पर अपना हिस्सा मानता है। मौजूदा मोदी सरकार ने गुलाम कश्मीर पर अपना पूरा हक जताते हुए इसे भारत में वापस मिलाने का एलान कर रखा है। भारत-पाकिस्तान में गिलगित-बाल्टिस्तान को लेकर विवाद 1947 से है। भारत के जिस हिस्से पर पाकिस्तान का कब्जा है उसमें सिर्फ 15 प्रतिशत क्षेत्र गुलाम कश्मीर में है।

By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Tue, 11 Jul 2023 05:28 PM (IST)
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लोकेशन फीचर में यह क्षेत्र अब जम्मू-कश्मीर में दिखाया जा रहा-पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक एकाउंट को भी किया ब्लाक

गिलगित-बाल्टिस्तान , एएनआई। अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क के माइक्रो ब्लागिंग प्लेटफार्म ट्विटर पर पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर स्थित 'गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र' को अब भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में दिखाया जा रहा है। पाकिस्तानी अखबार डान ने अपनी रिपोर्ट में 'गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र' की लोकेशन बदले जाने की जानकारी दी है।

ट्विटर पर बदली गई लोकेशन

पाकिस्तानी अंग्रेजी अखबार डान के मुताबिक अगर पाकिस्तानी यूजर अगर एप पर लोकेशन फीचर को आन करते हैं तो 'गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र' से भेजे गए ट्वीट और सभी पोस्टें जम्मू और कश्मीर से सृजित बताई जा रही हैं। 'गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र' के लोगों को स्पष्ट रूप से ट्विटर पर अपनी लोकेशन बदली हुई नजर आ रही है। साथ ही वह अब पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक एकाउंट को भी नहीं देख पा रहे हैं क्योंकि उन्हें ब्लाक कर दिया गया है।

कब सामने आया यह मुद्दा?

यह मुद्दा तब सामने आया जब 'गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र' के कई ट्विटर यूजर्स ने शिकायत की कि वह पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक ट्विटर एकाउंट को एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं। जब यूजर्स ने एकाउंट देखने की कोशिश की तो मैसेज आता है कि एक कानूनी मांग के आधार पर अब यह खाता भारत में है।

मार्च से भारत में बंद पाक एकाउंट्स

अखबार ने बताया कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने उनकी तरफ से कोई बदलाव किए जाने से इन्कार किया है। दर्जनों क्षेत्रीय निवासियों की शिकायतों के बावजूद इन दावों को निराधार बताया है। पाक अधिकारियों का कहना है कि पूरे गिलगित-बाल्टिस्तान में इंटरनेट, मीडिया और अभिव्यक्ति की आजादी पर कोई पाबंदी नहीं है।

उल्लेखनीय है कि मार्च, 2023 से पाकिस्तान सरकार के आफिशियल एकाउंट्स पर भारत में प्रतिबंध लगा हुआ है। इससे पहले, वर्ष 2022 में कानूनी शिकायतों के बाद इन सारी खातों को दो बार बाधित किया गया था।

स्थानीय लोग चकराएडान के मुताबिक गिलगित के रहीमाबाद क्षेत्र के निवासी यासिर हुसैन ने ट्वीट कर कहा कि मैं पाकिस्तान में हूं और बहुत से एकाउंट के ट्वीट क्यों नहीं देख पा रहा हूं। पाकिस्तान सरकार के ट्वीट भी नजर नहीं आ रहे। जब मैं एप पर गया तो उस पर मेरी लोकेशन गिलगित-बाल्टिस्तान के बजाय जम्मू और कश्मीर दिखा रहा है।

इसीतरह, करीम शाह निजारी ने कहा कि वह अपने ट्वीट में लोकेशन पाकिस्तान नहीं दिखा पा रहा है। इसमें केवल जम्मू-कश्मीर का ही विकल्प है। निजारी ने कहा कि वह गिजेर जिले की यासिन घाटी में हैं लेकिन ट्विटर के एल्गोरिदम के हिसाब से उनके फीड में उनके ट्वीट भारत से आए दिखाए जा रहे हैं।

पाक का अवैध कब्जा

पाकिस्तान ने गैरकानूनी तौर पर गिलगित-बाल्टिस्तान पर कब्जा कर रखा है, पर भारत इसे कानूनी तौर पर अपना हिस्सा मानता है। मौजूदा मोदी सरकार ने गुलाम कश्मीर पर अपना पूरा हक जताते हुए इसे भारत में वापस मिलाने का एलान कर रखा है। भारत-पाकिस्तान में गिलगित-बाल्टिस्तान को लेकर विवाद 1947 से है।

भारत के जिस हिस्से पर पाकिस्तान का कब्जा है, उसमें सिर्फ 15 प्रतिशत क्षेत्र गुलाम कश्मीर में है। 85 प्रतिशत हिस्सा तो गिलगित-बाल्टिस्तान या नार्दर्न क्षेत्र है। यह चीन-पाकिस्तान इकोनामिक कारिडोर (सीपीईसी) का मुख्य इलाका है। सिंधु नदी पाकिस्तान में गिलगित-बाल्टिस्तान से ही होकर प्रवेश करती है।