Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

UGC Guidelines: हर कोर्स के साथ इंटर्नशिप होगा अनिवार्य, विश्वविद्यालय अब उद्योगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर करेंगे काम

सबकुछ सही तरह परवान चढ़ा तो विश्वविद्यालयों से पढ़कर निकलने के बाद छात्रों की रोजगार को लेकर शुरू होने वाली तलाश खत्म हो सकती है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने युवाओं की इन मुश्किलों को ध्यान में रखते हुए देश भर के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को उद्योगों के साथ ही मिलकर प्रत्येक कोर्सों के साथ ही इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू करने के निर्देश दिए है।

By Jagran News Edited By: Abhinav AtreyUpdated: Thu, 11 Jan 2024 08:29 PM (IST)
Hero Image
अब हर कोर्स के साथ इंटर्नशिप होगी अनिवार्य (फाइल फोटो)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सबकुछ सही तरह परवान चढ़ा तो विश्वविद्यालयों से पढ़कर निकलने के बाद छात्रों की रोजगार को लेकर शुरू होने वाली तलाश खत्म हो सकती है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने युवाओं की इन मुश्किलों को ध्यान में रखते हुए देश भर के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को उद्योगों के साथ ही मिलकर प्रत्येक कोर्सों के साथ ही इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू करने के निर्देश दिए है।

इसमें छात्रों को उनकी रूचि और उद्योगों की मांग के मुताबिक संबंधित क्षेत्रों में इंटर्नशिप के मौके मुहैया कराए जाएंगे। साथ ही इसके भी प्रयास किए जाएंगे कि उद्योग इंटर्नशिप करने वाले छात्रों को अपने यहां नौकरियां में भी प्राथमिकता दें। फिलहाल यूजीसी ने इस पहल तो रफ्तार देने के लिए विश्वविद्यालयों व उद्योगों के बीच जुड़ाव बढ़ाने को लेकर एक गाइडलाइन जारी की है।

विश्वविद्यालय को आसपास के उद्योगों की पहचान करना होगा

इसके तहत प्रत्येक विश्वविद्यालय को सबसे पहले अपने आसपास के उद्योगों और उनकी जरूरतों की पहचान करना होगा। साथ ही उन्हें शोध, तकनीक से जुड़ी हर संभव मदद भी देनी होगी। विशेष रूप से उन छोटे उद्योगों को चिन्हित करने और उन्हें मदद देने के लिए कहा है, जो अभी भी पुराने तरीके से चल रहे है।

उद्योगों पर केंद्रित शोध प्रोजेक्टों पर काम करने की सलाह

यूजीसी इसके तहत उच्च शिक्षण संस्थानों से उद्योगों पर केंद्रित शोध प्रोजेक्टों पर काम करने की भी सलाह दी है। इसके बदले उद्योगों से कॉर्पोरेट सोशल रीस्पांसबिलिटी (CSR) फंड लिया जा सकता है। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में एक रिलेशन्स सेल खोलने के लिए कहा है। इस दौरान उद्योगों से जुड़े प्रमुख लोगों को विश्वविद्यालयों में बतौर प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस नियुक्ति देने जैसी सुझाव दिया है।

उच्च शिक्षण संस्थानों में काउंसलिंग सेल खोलने के निर्देश

युवाओं के भटकाव को रोकने के लिए यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में एक काउंसलिंग सेल भी स्थापित करने के निर्देश दिए है। जिससे छात्रों को पढ़ाई के दौरान ही इंटर्नशिप व क्षेत्र आदि के चुनाव को लेकर जरूरी सलाह दी जा सके। विश्वविद्यालय स्तर पर प्रत्येक कोर्स के साथ इंटर्नशिप को अनिवार्य करने की यह पहल को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत शुरू की गई है।

हाल ही में यूजीसी ने नीति के तैयार किए गए चार वर्षीय नए स्नातक कोर्सों में इसे अनिवार्य रूप से शामिल किया है। मौजूदा समय में तकनीकी शिक्षा को छोड़ दें कि विश्वविद्यालयों में संचालित ज्यादातर कोर्सों में इंटर्नशिप जैसी कोई व्यवस्था नहीं है।

ये भी पढ़ें: Lok Sabha Election: 'बेदाग लोकसभा चुनाव सुनिश्चित करावाएं', चुनाव आयुक्त ने राज्य निर्वाचन अधिकारियों को तसीहत दी