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नौसेना में 17 सालों की सेवा के बाद यूएच-3एच हेलीकॉप्टर विदा, मानवीय सहायता से लेकर आपदाकाल में निभाई अहम भूमिका

इंडियन नेवी में 17 सालों की गौरवशाली सेवा के बाद शुक्रवार को हरफनमौला यूएच-3एच हेलीकॉप्टर की विदाई हो गई है। हेलीकॉप्टर ने मानवीय सहायता और आपदा के समय में भी अहम भूमिका निभाई है। हेलीकॉप्टर डी-इनडक्शन सेरेमनी का आयोजन विशाखापत्तनम में आईएनएस डेगा में किया गया। अधिकारियों के मुताबिक यूएच-3एच हेलीकॉप्टर की जगह अब आईएनएस 350 पर सी किंग 42सी हेलीकॉप्टर लेंगे।

By Agency Edited By: Abhinav Atrey Published: Fri, 28 Jun 2024 11:55 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jun 2024 11:55 PM (IST)
भारतीय नौसेना में 17 सालों की सेवा के बाद यूएच-3एच हेलीकॉप्टर विदा। (फोटो, इंडियन नेवी)

पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय नौसेना में 17 सालों की गौरवशाली सेवा के बाद शुक्रवार को हरफनमौला यूएच-3एच हेलीकॉप्टर की विदाई हो गई है। इस हेलीकॉप्टर ने मानवीय सहायता और आपदाकाल में अहम भूमिका निभाई है। इसकी डी-इनडक्शन सेरेमनी का आयोजन विशाखापत्तनम में आईएनएस डेगा में किया गया।

अधिकारियों ने बताया कि यूएच-3एच हेलीकॉप्टर की जगह अब आईएनएस 350 पर सी किंग 42सी हेलीकॉप्टर लेंगे। विदाई समारोह की अध्यक्षता ईस्टर्न नेवल कमांड के चीफ ऑफ स्टॉफ और वाइस एडमिरल समीर सक्सेना ने की।

सेवानिवृत्त हुए नौसैनिक सपरिवार शामिल हुए

यूएच-3एच बेड़े के सेवानिवृत्त हुए नौसैनिक भी इसमें सपरिवार शामिल हुए। भारतीय तटों की गश्त कर रहे यूएच-3एच हेलीकॉप्टरों को आईएनएस जलाश्व नौसैनिक बेड़े में वर्ष 2007 में शामिल किया गया था। इसने अपनी सेवाएं विशाखापत्तनम में आईएनएस 350 और आईएनएस डेगा पर भी दी हैं।

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