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Plug Security Bugs: 20 एथिकल हैकर्स की मदद से UIDAI करेगा अपने डेटा की सुरक्षा

Plug Security Bugs भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने अपने डेटा की सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम उठा लिया है। UIDAI ने वेबसाइट और संसाधनों की सुरक्षा के लिए 20 एथिकल हैकर्स को नियुक्त करने के लिए बग बाउंटी प्रोग्राम की घोषणा की है।

By Ashisha RajputEdited By: Updated: Sat, 23 Jul 2022 07:37 PM (IST)
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डेटा की सुरक्षा करने वाली अपनी सुरक्षा प्रणाली में कमजोरियों का पता लगाने के लिए लिया गया निर्णय
नई दिल्ली, एजेंसी। भारत में प्रमुख बुनियादी ढांचे और सरकारी वेबसाइटों के खिलाफ बढ़ते साइबर हमलों के बीच, UIDAI ने बड़ा कदम उठाया। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने अपनी वेबसाइट और संसाधनों की सुरक्षा के लिए 20 एथिकल हैकर्स को नियुक्त करने के लिए 'बग बाउंटी प्रोग्राम' की घोषणा की है। बता दें कि UIDAI ने 1.32 बिलियन भारतीयों के आधार डेटा की सुरक्षा करने वाली अपनी सुरक्षा प्रणाली में कमजोरियों का पता लगाने के लिए यह निर्णय लिया है।

क्या कहा गया सर्कुलर में-

हाल ही में जारी सर्कुलर में कहा गया है कि कार्यक्रम 20 पंजीकृत हैकर्स उम्मीदवारों तक सीमित होगा। इसमें कहा गया है कि उम्मीदवार को बग बाउंटी लीडर बोर्ड जैसे हैकरआन, या बगक्राउड के शीर्ष 100 में सूचीबद्ध किया जाना चाहिए। सभी उम्मीदवार को 'माइक्रोसाफ्ट, गूगल, फेसबुक जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों द्वारा संचालित' इनाम कार्यक्रमों में भी सूचीबद्ध किया जा सकता है।

यही नहीं सर्कुलर में आगे यह भी कहा गया कि हैकर्स उम्मीदवारों को ऐप्पल आदि या उम्मीदवार बग बाउंटी समुदाय/कार्यक्रमों में सक्रिय होना चाहिए और पिछले एक वर्ष में वैध बग या इनाम प्राप्त करना चाहिए।

आपको बता दें कि बग बाउंटी कार्यक्रम UIDAI ऐसे समय में आया है जब पहले की रिपोर्टों में दावा किया गया था कि चीनी राज्य प्रायोजित हैकरों ने कथित तौर पर घुसपैठ की और उससे डेटा चुरा लिया। प्राधिकरण ने आशंकाओं को दूर करते हुए कहा, आधार संख्या के लीक होने से बैंक खातों को हैकिंग का कोई खतरा नहीं होगा। केवल आपका एटीएम कार्ड नंबर जानने से कोई भी एटीएम मशीन से पैसे नहीं निकाल सकता है; केवल आपका आधार नंबर जानने से, कोई भी आपके बैंक खाते को हैक नहीं कर सकता है और पैसे नहीं निकाल सकता है।'

वहीं यूआईडीएआई ने अपनी वेबसाइट पर आधार से जुड़े कुछ मिथ बस्टर्स को पोस्ट करते हुए कहा, 'आश्वस्त रहें, आधार के कारण वित्तीय नुकसान का एक भी मामला सामने नहीं आया है। अकेले आधार नंबर का इस्तेमाल बैंकिंग या किसी अन्य सेवा के लिए नहीं किया जा सकता है।' यूआईडीएआई ने कहा कि उम्मीदवारों की साख, पिछले बग शिकार रिकॉर्ड, प्रशस्ति पत्र आदि का आकलन और सत्यापन करने के लिए एक स्वतंत्र समिति तैयार की जाएगी।