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G20 Summit: 'यूक्रेन युद्ध ने वैश्विक विश्वास की कमी को गहराया', PM मोदी बोले- चलिए इसे एक भरोसे में बदलें

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सर्वप्रथम संबोधन की शुरुआत मोरक्को में आई त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए की और कहा कि इस कठिन समय में पूरा विश्व समुदाय मोरक्को के साथ है और हम उन्हें हर संभव सहायता पहुंचाने के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में रूस-यूक्रेन युद्ध कोरोना महामारी सहित कई मुद्दों का जिक्र किया।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 09 Sep 2023 03:56 PM (IST)
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जी-20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (फोटो: एएनआई)

नई दिल्ली, पीटीआई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने शनिवार को जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध, कोरोना महामारी सहित कई मुद्दों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद विश्व में 'विश्वास के अभाव' का बहुत बड़ा संकट सामने आया है।

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क्या कुछ बोले PM मोदी? 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम कोविड महामारी को जब हरा सकते हैं तो आपसी विश्वास पर आए संकट पर भी विजय प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,

जी-20 के प्रेसिडेंट के तौर पर आज भारत पूरी दुनिया का आह्वान करता है कि हम मिलकर सबसे पहले इस ग्लोबल ट्रस्ट डेफिसिट को एक विश्वास, एक भरोसे में बदले। यह साथ मिलकर चलने का समय है। इसलिए सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास का मंत्र हम सभी के लिए एक पथ प्रदर्शक बन सकता है।

मोरक्को त्रासदी

प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वप्रथम संबोधन की शुरुआत मोरक्को में आई त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए की और कहा कि इस कठिन समय में पूरा विश्व समुदाय मोरक्को के साथ है और हम उन्हें हर संभव सहायता पहुंचाने के लिए तैयार हैं।

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नई दिल्ली के 'भारत मंडपम' में हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा सहित अन्य सम्मिलित हुए। हालांकि, इस शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने शामिल नहीं हो रहे हैं।

अफ्रीकी संघ का स्वागत

जी-20 शिखर सम्मेलन में 55 देशों वाले अफ्रीकी संघ का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने सबका साथ भावना से एक प्रस्ताव रखा था कि अफ्रीकी संघ को जी-20 की स्थायी सदस्यता दी जाए। मेरा विश्वास है कि इस प्रस्ताव पर हम सबकी सहमति है।