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भारत दौरे पर आएंगे Ukraine के राष्ट्रपति जेलेंस्की! दिल्ली में पीएम मोदी के साथ इन मुद्दों पर करेंगे मंथन

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की इस साल के अंत तक भारत आ सकते हैं। यूक्रेन के राजदूत ऑलेक्जेंडर पोलिशचुक ने ये जानकारी दी है। यूक्रेनी राजदूत ने बताया मेरे राष्ट्रपति को पीएम मोदी ने भारत आने के लिए आमंत्रित किया था और मुझे उम्मीद है कि ऐसा जल्द होगा। शायद इस साल के अंत तक हम राष्ट्रपति जेलेंस्की को यहां देखकर खुश होंगे।

By Agency Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Mon, 09 Sep 2024 03:57 PM (IST)
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यूक्रेन के राष्ट्रपति कब आएंगे भारत? (file photo)

एएनआई, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की को भारत आने का निमंत्रण दिया था, बताया जा रहा है वो इस साल के अंत तक भारत आ सकते हैं। भारत में यूक्रेन के राजदूत ऑलेक्जेंडर पोलिशचुक ने ये जानकारी दी है।

यूक्रेन के राजदूत ने आगे कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने मेरे राष्ट्रपति को भारत आने के लिए आमंत्रित किया और मुझे उम्मीद है कि ऐसा होगा। शायद इस साल के अंत तक, हम राष्ट्रपति जेलेंस्की को यहां देखकर खुश होंगे, हालांकि अभी तारीख तय नहीं हुई वो कब तक भारत आएंगे। यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों में एक और कदम आगे बढ़ने का प्रतीक होगा। यह दोनों नेताओं को दुनिया भर में शांति-निर्माण प्रक्रिया पर चर्चा करने के लिए अधिक समय बिताने का एक बड़ा अवसर प्रदान करेगा।'

'भारत का दौरा करने के लिए उत्सुक हैं जेलेंस्की'

यूक्रेनी दूत ने हाल ही में जेलेंस्की की यूक्रेन यात्रा का भी जिक्र किया, उन्होंने कहा, पीएम मोदी की यात्रा भी सुरक्षा चिंताओं के कारण छोटी थी। यहां दोनों नेताओं के पास चर्चा के लिए अधिक समय होगा, उन्होंने कहा, "मैं निश्चित रूप से जानता हूं कि राष्ट्रपति जेलेंस्की भारत का दौरा करने के लिए बहुत उत्सुक हैं। वह यहां कभी नहीं आए हैं। उन्होंने कहा, "यह दौरा दोनों पक्षों के लिए सुविधाजनक समय पर होगा।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के निमंत्रण पर इस साल 23 अगस्त को यूक्रेन का दौरा किया था। 1992 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद यह किसी भारतीय प्रधान मंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा थी।

पीएम मोदी ने की यूक्रेन यात्रा

यात्रा के अंत में जारी एक संयुक्त बयान में, प्रधान मंत्री मोदी और राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने क्षेत्रीय अखंडता और राज्यों की संप्रभुता के सम्मान जैसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर सहित अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों को बनाए रखने में आगे सहयोग के लिए अपनी तत्परता दोहराई। वे इस संबंध में करीबी द्विपक्षीय बातचीत पर सहमत हुए।

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