असम में सेना पहुंची गांवों तक
असम के बोडो आदिवासी बहुल इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा का तांडव लगातार सातवें दिन बुधवार को भी जारी रहा। प्रभावित इलाकों से आठ और शव मिलने से हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 40 हो गई है। सेना और अर्द्धसैनिक बल गांवों तक पहुंच गए हैं, उन्होंने वहां पर तलाशी अभियान छेड़ दिया है। कोकराझाड़ में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू जारी है। सुरक्षा बलों के साये में बुधवार दोपहर कम दूरी की पैसेंजर गाड़ियां और मालगाड़ियां चलाई गईं।
कोकराझाड़। असम के बोडो आदिवासी बहुल इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा का तांडव लगातार सातवें दिन बुधवार को भी जारी रहा। प्रभावित इलाकों से आठ और शव मिलने से हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 40 हो गई है। सेना और अर्द्धसैनिक बल गांवों तक पहुंच गए हैं, उन्होंने वहां पर तलाशी अभियान छेड़ दिया है। कोकराझाड़ में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू जारी है। सुरक्षा बलों के साये में बुधवार दोपहर कम दूरी की पैसेंजर गाड़ियां और मालगाड़ियां चलाई गईं।
बुधवार को पांच शव चिरांग जिले से और तीन शव कोकराझाड़ से बरामद हुए। हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित कोकराझाड़ जिले मे अभी भी कर्फ्यू और देखते ही गोली मारने का आदेश लागू है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के हिंसा पर काबू पाने के कड़े निर्देश के बाद राज्य सरकार ने कोकराझाड़ के अतिरिक्त धुबड़ी, चिरांग और बोंगईगांव जिलों में भी सेना तैनात कर दी है। सभी जिलों में सेना का फ्लैग मार्च चल रहा है। रेल सेवा को सुरक्षित बनाने के लिए अर्द्धसैनिक बलों के दो हजार जवानों को विभिन्न ट्रेनों में तैनात किया गया है। केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह के अनुसार ये जवान यात्रियों की सुरक्षा के साथ ही रेलवे ट्रैक की सुरक्षा पर भी नजर रखेंगे।