इस बार यूएन जनरल असेंबली में दिखाई देगी संबंधों में कड़वाहट, विश्व में मची उथल-पुथल के बीच हो रहा 77वें सत्र का आगाज
संयुक्त राष्ट्र का 77वां सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है। इसकी आम सभा में इस बार दुनिया के बड़े देशों के बीच तल्खी का असर साफतौर पर दिखाई देगा। इसके अलावा मौसमी मार और अनाज का संकट का मुद्दा भी जरूर उठेगा।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 13 Sep 2022 05:23 PM (IST)
नई दिल्ली (आनलाइन डेस्क)। यूएन जनरल असेंबली के 77वें सत्र का आगाज मंगलवार से शुरू हो रहा है। इस सत्र की अध्यक्षता Csaba Korosi करेंगे। इससे पहले 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने नए अध्यक्ष को औपचारिक रूप से इसकी जिम्मेदारी सौंप दी। इस मौके पर यूएन महासचिव ने कहा कि शाहिद के बिना 76वां सत्र चलाना संभव नहीं था। इस बार का ये सत्र ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब दुनिया के अधिकतर बड़े देशों में कड़वाहट घुली हुई है। वहीं विश्व के अधिकतर देशों में पड़ी मौसमी मार का भी असर इस सत्र पर जरूरी दिखाई देगा। इस सत्र की शुरुआत से पहले रूस की तरफ से कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली में शामिल होने के लिए उसके प्रतिनिधिमंडल को अमेरिका ने वीजा जारी कर दिया है।
रूस ने लगाया अमेरिका पर आरोप
इससे पहले रूस ने आरोप लगाया था कि अमेरिका इस आम सभा में शामिल होने के लिए उसके प्रतिनिधिमंडल को वीजा जारी नहीं कर रहा है। रूस की तरफ से ये भी कहा गया था कि ये अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है। इस नाराजगी के बाद ही अमेरिका की तरफ से रूस के विदेश मंत्री सर्गी लावरोव और अन्य सभी सदस्यों को वीजा जारी कर दिया गया।
पूरी दुनिया की टिकी रहेंगी नजरें
बहरहाल, यूएन महासभा की आम बैठक पर इस बार पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। इस बार इसके केंद्र में भारत और पाकिस्तान नहीं होंगे, बल्कि रूस और यूक्रेन होंगे। ये सत्र ऐसे समय में हो रहा है कि जब इन दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़े 7 माह पूरे होने वाले हैं। इस दौरान यूक्रेन को जान-माल की भारी क्षति उठानी पड़ी है। यूक्रेन के इस युद्ध में करीब 30 लाख शरणार्थियों को दूसरे देशों में शरण लेनी पड़ी है। उसको अरबों डालर का नुकसान उठाना पड़ा है। इस युद्ध की वजह से विश्व में खाद्य आपूर्ति की श्रंख्ला टूट गई है।