PM मोदी के 'विजन 2047' को साकार करने में जुटे अमित शाह, कार्य योजना को लेकर अधिकारियों के साथ की बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दिल्ली में गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के चिंतन शिविर की अध्यक्षता की। चिंतन शिविर का उद्देश्य मंत्रालय के काम की समीक्षा करना और पीएम मोदी के विजन 2047 को लागू करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करना है।
नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दिल्ली में गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के चिंतन शिविर की अध्यक्षता की। चिंतन शिविर का उद्देश्य मंत्रालय के काम की समीक्षा करना और पीएम मोदी के 'विजन 2047' को लागू करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करना है। बता दें कि चिंतन शिविर में दो सत्रों में चर्चा हो रही है।
#WATCH | Union HM Amit Shah is presiding over a ‘Chintan Shivir’ of senior officers of MHA in Delhi today. The objective of the Chintan Shivir is to review the work of the Ministry and to evolve an action plan to implement PM Modi’s “Vision 2047” pic.twitter.com/aYqRA8XCb7
— ANI (@ANI) April 18, 2023
PM मोदी के 'विजन 2047' को साकार करने में जुटे शाह
केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 'चिंतन शिविर' में पीएम मोदी के विजन-2047 को लागू करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करने से पहले गृह मंत्रालय के काम की भी समीक्षा की। केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रेस सेंटर में सुबह करीब 10 बजे 'चिंतन शिविर' शुरू हुआ।
अमित शाह को दी जाएगी लंबित कार्यों के बारे में जानकारी
सूत्रों ने कहा कि चिंतन शिविर का उद्देश्य मंत्रालय के काम की समीक्षा करना और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'विजन 2047' को लागू करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करना है। बैठक में गृह मंत्री को मंत्रालय के लंबित कार्यों, चल रहे कार्यों के साथ-साथ नियोजित किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया जाएगा।
पीएम मोदी अपने संदेश में दे चुके हैं सभी क्षेत्रों के मुद्दों पर जोर
गृह मंत्री के मार्गदर्शन और पीएम मोदी के नेतृत्व में अगले 25 वर्षों के लिए एक रोडमैप के रूप में चिंतन शिविर में गृह मंत्रालय से संबंधित सभी क्षेत्रों के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में सभी क्षेत्रों में मुद्दों से निपटने के लिए सरकारी नीतियों और नौकरशाही प्रक्रियाओं के साथ आने की आवश्यकता पर बल दिया था।