Manipur में संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन कर रहा UNLF, हिंसक गतिविधियों में सामने आई संलिप्तता
यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट मणिपुर में संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन कर रहा है। रिपोर्टों से इस बात के संकेत मिल रहे कि समूह के सदस्य आदिवासियों को निशाना बनाने के लिए कुकी आबादी वाले क्षेत्रों के बाहरी इलाके में शिविर स्थापित कर रहे हैं। यूएनएलएफ (पी) के कैडर सुरक्षाबलों और आम जनता के खिलाफ हिंसक गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) मणिपुर में संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन कर रहा है। अधिकारियों ने रविवार को कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने संघर्ष विराम समझौते पर हस्ताक्षर करने के बावजूद मणिपुर में बढ़ती हिंसा पर चिंता व्यक्त की है।
यूएनएलएफ (पी) 29 नवंबर, 2023 को इंफाल घाटी में सरकार के साथ युद्धविराम समझौता करने वाला और हिंसा छोड़ने पर सहमत होने वाला पहला मैतेई सशस्त्र समूह बना। हालांकि, रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि समूह के सदस्य आदिवासियों को निशाना बनाने के लिए कुकी आबादी वाले क्षेत्रों के बाहरी इलाके में शिविर स्थापित कर रहे हैं। यूएनएलएफ (पी) के कैडर सुरक्षाबलों और आम जनता के खिलाफ हिंसक गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
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दो UNLF कैडर सहित छह गिरफ्तार
अधिकारियों ने कहा कि कैडर 13 फरवरी को मणिपुर पूर्व के चिंगारेल में 5वीं इंडिया रिजर्व बटालियन से हथियार और गोला-बारूद लूटने में शामिल थे। इस घटना के बाद पुलिस ने दो यूएनएलएफ कैडर सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है। सात फरवरी को यूएनएलएफ (पी) कैडर ने कुकी समुदाय के प्रभुत्व वाले जिले चूड़चंदपुर की ओर जाने वाले वाहनों पर मोइरंगपुरेल में गोलीबारी की थी।
यूएनएलएफ (पी) के कैडर कथित तौर पर कुकी समुदाय को निशाना बनाने का दावा करते हुए सोशल मीडिया पर लाइव अपडेट दे रहे थे। 1964 में स्थापित यूएनएलएफ भारतीय क्षेत्र के भीतर और बाहर दोनों जगह सक्रिय रहा है। 2014 के बाद से केंद्र ने उग्रवाद को खत्म करने और विकास को बढ़ावा देने के लिए पूर्वोत्तर में कई सशस्त्र समूहों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।