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तेलंगाना में बिना लाइसेंस वाली दवा निर्माण फैक्ट्री में छापेमारी, स्टॉक जब्त; DCA अधिकारी ने कही बड़ी बात

औषधि नियंत्रण प्रशासन विभाग तेलंगाना ने खम्मम जिले में बिना लाइसेंस वाली दवा निर्माण सुविधा का भंडाफोड़ किया। बता दें कि दवा निर्माण फैक्ट्री खम्मम जिले के तल्लाडा मंडल के अन्नारुगुडेम गांव में स्थित है जहां पर विश्वसनीय सूचना के आधार पर अधिकारियों की एक टीम ने छापेमारी की। डीसीए के महानिदेशक वीबी कमलासन रेड्डी ने कहा कि परिसर में लगभग 935 किलो दवाओं का भंडार पाया गया है।

By Agency Edited By: Anurag GuptaUpdated: Sun, 24 Dec 2023 05:34 PM (IST)
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तेलंगाना में बिना लाइसेंस वाली दवा निर्माण फैक्ट्री में छापेमारी (फाइल फोटो)
आईएएनएस, हैदराबाद। औषधि नियंत्रण प्रशासन विभाग, तेलंगाना ने खम्मम जिले में बिना लाइसेंस वाली दवा निर्माण सुविधा का भंडाफोड़ किया। बता दें कि दवा निर्माण फैक्ट्री खम्मम जिले के तल्लाडा मंडल के अन्नारुगुडेम गांव में स्थित है, जहां पर विश्वसनीय सूचना के आधार पर अधिकारियों की एक टीम ने छापेमारी की।

बकौल रिपोर्ट, दवा निर्माण फैक्ट्री एस्पेन बायोफार्मा की है। डीसीए अधिकारियों ने दवाओं के अवैध निर्माण का पता लगाया। परिसर में सक्रिय फार्मास्युटिकल अवयव वाल्सार्टन और क्लोपिडोग्रेल पाए जाते हैं। डीसीए के महानिदेशक वीबी कमलासन रेड्डी ने कहा,

परिसर में लगभग 935 किलो दवाओं का भंडार पाया गया है।

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इस सुविधा का संचालन कादरी सतीश रेड्डी के करीबी रिश्तेदार उपेंदर रेड्डी कर रहे थे, जिनके हैदराबाद के माचा बोल्लाराम में बिना लाइसेंस वाले परिसर पर चार दिसंबर को डीसीए अधिकारियों ने छापेमारी की और 4 करोड़ 35 लाख रुपये की नकली कैंसर रोधी और अन्य दवाइयां जब्त कीं।

मुख्य आरोपी कादरी सतीश रेड्डी फरार

बकौल रिपोर्ट मुख्य आरोपी कादरी सतीश रेड्डी चार दिसंबर की छापेमारी के बाद फरार हो गया और अब वह अन्नारुगुडेम गांव में दवाओं के अवैध निर्माण में भी मुख्य साजिशकर्ता है।

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डीसीए अधिकारियों ने छापेमारी में स्थानीय पुलिस की सहायता ली। अधिकारियों ने स्टॉक जब्त कर लिए और विश्लेषण के लिए सेंपल एकत्रित किए गए हैं। महानिदेशक ने बताया कि आगे की जांच की जाएगी और दवाओं के अवैध निर्माण के लिए जिम्मेदार सभी अपराधियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।