NSA अजीत डोभाल ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक से की मुलाकात, क्या दोनों देशों में होने वाला है कोई बड़ा समझौता?
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन भारत पहुंच गए हैं। उन्होंने भारत पहुंचकर एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात की। सुलिवन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज (iCET) की मीटिंग में शामिल होंगे। वो NSA के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे और भारत-अमेरिका संबंधों की समीक्षा करेंगे। बता दें कि नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद किसी अमेरिकी अधिकारी का यह पहला भारत दौरा है।
एएनआई, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन भारत पहुंच गए हैं। उन्होंने भारत पहुंचकर एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात की। सुलिवन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज (iCET) की मीटिंग में शामिल होंगे। वो NSA के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे और भारत-अमेरिका संबंधों की समीक्षा करेंगे।
वो आपसी हित के लिए क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर साझेदारी करेंगे। वे दोनों देशों के अंतर-विभागीय प्रतिनिधिमंडल के साथ iCET की पहली वार्षिक समीक्षा की भी अध्यक्षता करेंगे। कल, एनएसए भारतीय उद्योग परिसंघ (Confederation of Indian Industry) की तरफ से इंडस्ट्री के सीईओ के साथ आयोजित भारत-यूएस आईसीईटी गोलमेज सम्मेलन में प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे।
US National Security Adviser Jake Sullivan met NSA Ajit Doval, in Delhi.
The NSAs will discuss bilateral issues and review the India-U.S. partnership on regional and global issues of mutual interest. They will also chair the first annual review of iCET with an… pic.twitter.com/67xOY6ReLw
— ANI (@ANI) June 17, 2024
विदेश मंत्री जय शंकर से भी की मुलाकात
एनएसए सुलिवन ने आज पहले विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से भी मुलाकात की। उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करने की उम्मीद है। इससे पहले वे फरवरी में भारत आने वाले थे, पर उन्हें उस वक्त दौरा टालना पड़ा था। बता दें कि अब वे दो दिन तक अपनी भारत यात्रा पर हैं।एस जयशंकर ने मुलाकात के बाद एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया, जयशंकर ने कहा, 'आज सुबह नई दिल्ली में अमेरिकी एनएसए @ जेकसुलिवन46 का स्वागत करते हुए खुशी हुई। द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों की विस्तार से चर्चा होगी। विश्वास है कि हमारे नए कार्यकाल में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी मजबूती से आगे बढ़ती रहेगी।'