खुशखबरी! वंदे भारत ट्रेन में जल्द दिखेंगे स्लीपर कोच, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कब कर सकेंगे सफर
Vande Bharat Sleeper train वर्ल्ड क्लास रेल सुविधा का अनुभव देने वाली वंदे भारत ट्रेन अब और खास होने वाली है। जो भी एक बार इसमें यात्रा करता है वो ट्रेन की खूब तारीफ करता है। इस बीच जल्द ही सरकार स्लीपर कोच वाली वंदे भारत की शुरुआत करने जा रही है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार ये ट्रेन जल्द ही लॉन्च होगी।
एएनआई, बेंगलुरु। Vande Bharat Sleeper train वंदे भारत ट्रेन के आते ही लोगों को वर्ल्ड क्लास रेल सुविधा का अनुभव होने लगा है। जो भी एक बार इसमें यात्रा करता है वो ट्रेन की खूब तारीफ करता है। इस बीच जल्द ही सरकार स्लीपर कोच वाली वंदे भारत की शुरुआत करने जा रही है।
रेल मंत्री ने बताया कब कर सकेंगे सफर
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बेंगलुरू में बीईएमएल में वंदे स्लीपर कोच का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद वैष्णव ने कहा कि हमें तीन महीने बाद वंदे भारत स्लीपर कोच के यात्री परिचालन की उम्मीद है। इस ट्रेन में सभी कोच पूरी तरह से स्लीपर वाले होंगे।
मंत्री ने कहा कि वंदे स्लीपर कोच का निर्माण पूरा हो चुका है और यह आने वाले कुछ दिनों में बीईएमएल कारखाने से निकलेगा।
रेल मंत्री ने आगे कहा,
जैसा कि आप जानते हैं कि वंदे भारत चेयर-कार की सफलता के बाद, हम आज एक बहुत ही महत्वपूर्ण यात्रा शुरू कर रहे हैं। वंदे स्लीपर का निर्माण और डिजाइनिंग कुछ ऐसा था जिसका हम सभी को इंतजार था। हम सभी इसके निर्माण पर काम कर रहे थे। यह निर्माण पूरा हो चुका है। आने वाले दिनों में वंदे स्लीपर बीईएमएल कारखाने से निकलेगा।
लोगों के यात्रा करने का तरीका बदलेगा
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह एक लंबी यात्रा थी। नई ट्रेन का डिजाइन बनाना जटिल काम है। वंदे भारत स्लीपर में कई नई विशेषताएं हैं। उन्होंने कहा कि वंदे भारत चेयर-कार, वंदे स्लीपर, वंदे मेट्रो और अमृत भारत लोगों के यात्रा करने के तरीके को बदल देंगे।उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महत्वाकांक्षी भारत को दर्शाती हैं। इससे पहले दिन में वैष्णव ने बीईएमएल में मानक और ब्रॉड गेज रोलिंग स्टॉक निर्माण के लिए एक नए हैंगर की आधारशिला रखी। बीईएमएल में कार्यक्रम के बाद वैष्णव ने मल्टी-डिसिप्लिनरी डिवीजनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एमडीडीटीआई), बेंगलुरु (रेलवे प्रशिक्षण केंद्र) में प्रशिक्षुओं और कर्मचारियों के साथ बातचीत की।