कर्नाटक में बुरी फंसी कांग्रेस! CM सिद्दरमैया की कुर्सी पर घमासान, वीरशैव लिंगायत के महंत ने चला 'संकटमोचक' पर दांव
श्रीशैल जगदगुरु चन्ना सिद्धर्म पंडितराध्याय स्वामीजी ने कहा कि राज्य में सरकार बनाने में उनके समुदाय के वोट अहम रहे हैं। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वीरशैव-लिंगायत मंत्रियों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। ईश्वर खंड्रे एम बी पाटिल एस एस मल्लिकार्जुन जैसे मंत्रियों के नाम पर विचार किया जाना चाहिए और उनके अनुभव का उपयोग किया जाना चाहिए।
पीटीआई, चिक्कोडी। वोक्कालिगा महंत द्वारा सार्वजनिक रूप से कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया से पद छोड़ने और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के लिए मार्ग प्रशस्त करने की अपील करने के एक दिन बाद वीरशैव लिंगायत समुदाय के प्रमुख महंत ने शुक्रवार को अपील की कि मुख्यमंत्री बदलने की स्थिति में उनके समुदाय के मंत्रियों के नामों पर विचार किया जाए।
श्रीशैल जगदगुरु चन्ना सिद्धर्म पंडितराध्याय स्वामीजी ने उपमुख्यमंत्री के और पद बढ़ाने की स्थिति में वीरशैव-लिंगायत समुदाय के मंत्रियों को उक्त पद देने पर विचार करने की भी मांग की।
सरकार बनाने में समुदाय के मत अहम रहे हैं
उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार बनाने में उनके समुदाय के मत अहम रहे हैं। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वीरशैव-लिंगायत मंत्रियों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। ईश्वर खंड्रे, एम बी पाटिल, एस एस मल्लिकार्जुन जैसे मंत्रियों के नाम पर विचार किया जाना चाहिए और उनके अनुभव का उपयोग किया जाना चाहिए।एक और महंत ने शिवकुमार के पक्ष में आवाज उठाई
उन्होंने कहा कि मेरा आग्रह है कि उन्हें अवसर दिया जाना चाहिए। इससे पहले विश्व वोक्कालिगा महासमस्तन मठ के महंत कुमार चंद्रशेखरनाथ स्वामीजी ने गुरुवार को सिद्दरमैया और उपमुख्यमंत्री की मौजूदगी में शिवकुमार के पक्ष में आवाज उठाई थी।
ये भी पढ़ें: अनंत-राधिका की शादी 12 जुलाई को... VVIP और खास लोगों के लिए छपे दो कार्ड, भगवान-वेद और भव्यता से लैस है निमंत्रण पत्र