इसरो में ढांचागत बदलावों पर पूर्व प्रमुख ने चेताया, कहा- एकीकृत कमान के चलते गाड़े झंडे
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में ढांचागत बदलावों के प्रति उसके पूर्व प्रमुख जी. माधवन नायर (G Madhavan Nair) ने चेताया है।
By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Wed, 17 Jun 2020 07:13 PM (IST)
बेंगलुरु, पीटीआइ। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation यानी ISRO) में ढांचागत बदलावों के प्रति उसके पूर्व प्रमुख और वरिष्ठ अंतरिक्ष विज्ञानी जी. माधवन नायर (G Madhavan Nair) ने चेताया है। उन्होंने इसरो और एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) की समानताओं का जिक्र करते हुए दोनों के कुशल प्रदर्शन का कारण एकीकृत कमान को बताया।
माधवन नायर ने कहा कि हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्टों में औद्योगिक भागीदारी में निष्प्रभावी रहने पर भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के बारे में चिंताजनक तस्वीर पेश की गई है। साथ ही ज्यादा विस्तार करने के लिए संभावित पुनर्गठन का विचार दिया गया। नायर ने कहा कि इसरो सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाला सरकारी संगठन है जिसने न सिर्फ जटिल अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों पर पूर्ण स्वदेशी दक्षता हासिल की है।उन्होंने कहा कि इसरो ने समयबद्ध अंतरिक्ष कार्यक्रमों को भी अंजाम दिया है जिससे आमजन के साथ-साथ रक्षा जरूरतें पूरी हुई हैं। इसरो ने समय से अंतरिक्ष मिशन को अंजाम देकर आम लोगों की आवश्यकताओं और सुरक्षा जरूरतों का भी खयाल रखा है। यह दूरगामी दृष्टिकोण का ही नतीजा है जिसने भारत को वैश्विक अंतरिक्ष ताकतों के बीच अग्रिम कतार में जगह हासिल करने में सक्षम बनाया है।
नायर ने कहा कि यदि सावधानीपूर्वक देखें तो अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के कुप्रबंधन की वजह से निजी कंपनी 'स्पेसएक्स' को सफलता मिली। उन्होंने इसरो और स्पेसएक्स के बीच समानताओं का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों में एक कमान के तहत एकीकृत प्रणाली है जहां एक ही छत के नीचे डिजायन और उत्पादन की अवधारणा को अंजाम दिया जाता है। बहुत थोड़ी वस्तुओं या पुर्जों का वाणिज्यिक तौर पर सबकांट्रेक्ट दिया जाता है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में सरकार ने कहा था कि निजी क्षेत्रों को इसरो के प्रतिष्ठानों और सुविधाओं का इस्तेमाल करने की इजाजत दी जाएगी। यही नहीं उन्हें उपग्रह, प्रक्षेपण और अंतरिक्ष आधारित सेवाओं में समान अवसर दिया जाएगा। नायर ने कहा कि नासा के कार्यक्रमों के कुप्रबंधन की वजह से निजी क्षेत्र को लाभ मिला। स्पेसएक्स को निजी अंतरिक्ष प्रक्षेपण वाहन विकास के क्षेत्र में सफलता ने उसे मौजूदा मुकाम दिलाया है।