Sambhal Violence: 'कांग्रेस और सपा ने हिंसा को भड़काया, सभी दोषियों पर लगे रासुका'; संभल मामले में VHP की बड़ी मांग
Sambhal Violence उत्तर प्रदेश के संभल में भड़की हिंसा पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। परिषद ने उपद्रवियों के खिलाफ रासुका लगाने और नुकसान की भरपाई उनसे करने की मांग की। संभल में जिला प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू की है। सोमवार को सभी स्कूल बंद रहे। संभल तहसील में इंटरनेट सेवा भी निलंबित है।
पीटीआई, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा पर विश्व हिंदू परिषद ने सोमवार को अपनी प्रतिक्रिया दी। परिषद ने हिंसा की निंदा की और आरोप लगाया कि सपा और कांग्रेस नेताओं ने हिंसा को भड़काया है। हिंसा में शामिल सभी लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज किया जाए।
दोषियों से हो नुकसान की भरपाई
विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने मांग की है कि दोषियों और उनके समर्थकों पर रासुका के तहत मामला दर्ज किया जाए। हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों से की जाए। उन्होंने आगे कहा, "जिस तरह से मुस्लिम कट्टरपंथियों ने संभल में पुलिस पर पथराव किया, गोलियां चलाईं और आगजनी की... वह बेहद निंदनीय है। मुस्लिम नेताओं, मौलानाओं और राहुल गांधी व समाजवादी पार्टी समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने जिस तरह से इस हिंसा का समर्थन किया है, वह भी चिंताजनक है।"
सुरेंद्र जैन ने आरोप लगाया कि हिंसा मौलानाओं के इशारे पर की गई। उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया और कहा, "दंगाइयों और उनके समर्थकों पर एनएसए के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। सभी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सभी नुकसान की भरपाई भी उनसे ही की जानी चाहिए।"
सपा सांसद और विधायक के बेटे के खिलाफ केस
संभल में रविवार को मुगलकालीन मस्जिद में सर्वेक्षण के विरोध में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई। 20 पुलिसकर्मी और चार अन्य सरकारी कर्मचारी घायल हुए हैं। हिंसा में अब तक चार लोगों की जान जा चुकी है। संभल पुलिस ने हिंसा मामले में सात एफआईआर दर्ज की है।
समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क और स्थानीय सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल को भी आरोपी बनाया गया है। संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने कहा कि बर्क और इकबाल समेत छह लोगों के नाम इन एफआईआर में दर्ज हैं। 2,750 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।