ASEAN Summit: आसियान सम्मेलन में शामिल होने के लिए उपराष्ट्रपति कंबोडिया के लिए हुए रवाना
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आसियान-भारत स्मृति शिखर सम्मेलन और 17वीं पूर्वी एशिया शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए कंबोडिया रवाना हो गए हैं। आसियान और भारत विश्वसनीय सहयोगी हैं और दोनों के बीच सदियों पुराने सम्पर्क हैं।
By Jagran NewsEdited By: TilakrajUpdated: Fri, 11 Nov 2022 10:27 AM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आसियान-भारत स्मृति शिखर सम्मेलन और 17वीं पूर्वी एशिया शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर कंबोडिया रवाना हो गए हैं। बता दें कि भारत कांबोडिया सहित आसियान के साथ अपने संबंधों को काफी महत्व देते आ रहे हैं और यह भारत की एक्ट ईस्ट नीति के केंद्र रहा हैं।
आसियान-भारत मित्रता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा
कंबोडिया इन शिखर बैठकों की मेजबानी कर रहा है। उपराष्ट्रपति धनखड़ 11-13 नवंबर तक कंबोडिया की यात्रा पर रहेंगे। वह 12 नवंबर को नामपेन्ह में आसियान-भारत स्मृति शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस वर्ष आसियान-भारत संबंधों की 30वीं वर्षगांठ है और इसे आसियान-भारत मित्रता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।
कंबोडिया के प्रधानमंत्री से धनखड़ करेंगे द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा
उपराष्ट्रपति धनखड़ अपनी यात्रा के दौरान कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। साथ ही वह कंबोडिया के नरेश से भी मुलाकात करेंगे। 11 नवंबर को धनखड़ नामपेन्ह में भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात करेंगे। 13 नवंबर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 17वीं पूर्वी एशिया शिखर बैठक में हिस्सा लेंगे, जिसमें आसियान के 10 सदस्य देश शामिल हैं। इन देशों में कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओ पीडीआर, मलेशिया, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपीन, वियतनाम ब्रूनेई दारूस्सलाम, शामिल हैं। इसमें आठ डायलॉग पार्टनर हैं, जिसमें भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस शामिल हैं।सीम रीप भी जाएंगे धनखड़
भारत की ओर से कंबोडियाई धरोहरों के संरक्षण के लिये भी काफी कार्य किए जा रहे हैं। उपराष्ट्रपति अपनी यात्रा के दौरान सीम रीप जायेंगे, जहां वह धरोहरों के संरक्षण के लिये किये जा रहे कार्यो की समीक्षा भी करेंगे। इस दौरान वह अंकोरवाट मंदिर भी जायेंगे।इसे भी पढ़ें: जापान, अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच त्रिपक्षीय बैठक, उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर होगी खास चर्चा