'बरसों जिन्होंने हम पर राज किया, आज हम उनसे आगे', उपराष्ट्रपति ने की भारतीय अर्थव्यवस्था की जमकर तारीफ
धनखड़ ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ पढ़े-लिखे लोग अर्थव्यवस्था के बारे में पब्लिक डोमेन में गलत जानकारी देते हैं इससे दुखद भला और क्या हो सकता है। उन्होंने कहा कि मैं 1989 में सांसद बना। हमारा देश सोने की चिड़िया कहलाता था लेकिन एक वक्त ऐसा भी आया जब जहाज में भरके देश का सोना विदेश ले जाया गया। वहां गिरवी रखा गया।
By Jagran NewsEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sun, 10 Dec 2023 01:45 AM (IST)
संवाद सूत्र, उदयपुर। देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शनिवार को एक दिवसीय यात्रा पर राजस्थान के बांसवाड़ा पहुंचे। उन्होंने गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय में आयोजित छात्र संवाद को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व में भारत पांचवीं अर्थव्यवस्था बन गया है। कोई यकीन नहीं कर सकता कि जिन्होंने बरसों तक हम पर राज किया, आज हम उनसे आगे निकल चुके हैं।
सोने की चिड़िया कहलाता था हमारा देश
धनखड़ ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ पढ़े-लिखे लोग अर्थव्यवस्था के बारे में पब्लिक डोमेन में गलत जानकारी देते हैं, इससे दुखद भला और क्या हो सकता है। उन्होंने कहा कि मैं 1989 में सांसद बना। हमारा देश सोने की चिड़िया कहलाता था, लेकिन एक वक्त ऐसा भी आया जब जहाज में भरके देश का सोना विदेश ले जाया गया। वहां गिरवी रखा गया। आज वही देश विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था है।
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि यकीन नहीं होता, लेकिन हमने कर दिखाया। 40 करोड़ लोगों के खाते बैंक में खोले गए हैं। देश ने पहली बार 24 जुलाई 2022 को आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाया। आज देश के प्रधानमंत्री आदिवासी महिला के सम्मान में खड़े होते हैं। वह एक किसान के बेटे के सम्मान में खड़े होते हैं। आदिवासी समुदाय के लिए और संविधान निर्माता के लिए इससे ज्यादा सुकून की बात और क्या हो सकती है।
नए कानून में एसटी-एसटी महिलाओं को भी आरक्षण
उन्होंने कहा कि नए कानून को लेकर हंगामा मचा हुआ है। मैं बता देना चाहता हूं कि इसमें एससी-एसटी महिलाओं को भी आरक्षण मिलेगा। सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। आधी आबादी को वही सम्मान मिलेगा, जिसकी वह हकदार है।राष्ट्रपति ने छात्र-छात्राओं को कहा कि वह टेक्नोलाजी के साथ रहें और आधा घंटे इसके लिए समय दें। निश्चित रूप से उन्हें फायदा होगा। उन्होंने कहा कि हमने नेशनल स्पेश-डे मनाया, क्योंकि हम चांद पर उतरे। मैं कई बार इसरो के अध्यक्ष से बात करता हूं तो वह बताते हैं कि यूके, यूएस व अन्य देश के सैटेलाइट अंतरिक्ष में इसरो छोड़ने जा रहा है।