VIDEO: विंग कमांडर अभिनंदन ने वायुसेना चीफ बीएस धनोआ के साथ उड़ाया मिग-21 लड़ाकू विमान
Abhinandan Flew MiG 21 विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान ने वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ के साथ लड़ाकू विमान मिग-21 में उड़ान भरी।
By Shashank PandeyEdited By: Updated: Mon, 02 Sep 2019 01:59 PM (IST)
पठानकोट, एएनआइ। Abhinandan Flew MiG 21, एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और विंग कमांडर अभिनंदन ने सोमवार को पठानकोट एयरबेस से मिग-21 लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। रिटारमेंट से पहले वायुसेना चीफ बीएस धनोआ की ये आखिरी उड़ान थी।
— ANI (@ANI) September 2, 2019
बता दें, वायुसेना द्वारा बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर 26 फरवरी को हवाई हमले के बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की थी। इस जवाबी कार्रवाई में अभिनंदन ने पाकिस्तान के एफ-16 विमानों को मिग-21 बाइसन विमान से मार गिराया था।बता दें, वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ भी मिग-21 के पायलट रहे हैं। उन्होंने 1999 में कारगिल युद्ध के वक्त वायुसेना की 17वीं स्क्वाड्रन की कमान संभालने के दौरान मिग-21 विमान को उड़ाया था।
वायुसेना चीफ बीएस धनोआ ने उड़ाया मिग-21
एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान ने मिग -21 के टाइप-69 लड़ाकू विमान के ट्रेनर संस्करण में उड़ान भरी। लड़ाकू विमान मिग-21 में वायुसेना प्रमुख की ये आखिरी सवारी थी। उन्होंने मिग-21 में 30 मिनट की सवारी दिन में लगभग 11 बजकर 30 मिनट पर की।
एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान ने मिग -21 के टाइप-69 लड़ाकू विमान के ट्रेनर संस्करण में उड़ान भरी। लड़ाकू विमान मिग-21 में वायुसेना प्रमुख की ये आखिरी सवारी थी। उन्होंने मिग-21 में 30 मिनट की सवारी दिन में लगभग 11 बजकर 30 मिनट पर की।
— ANI (@ANI) September 2, 2019मिग-21 की सवारी करने के बाद एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा कि मेरे लिए अभिनंदन के साथ उड़ान भरना खुशी की बात थी, क्योंकि उन्हें अपनी फ्लाइंग श्रेणी वापस मिल गई है। उन्होंने कहा कि मुझे भी 1988 में बेदखल कर दिया गया था, मुझे अपनी श्रेणी वापस लेने में 9 महीने लग गए। वह 6 महीने से भी कम समय में वापस आ गए हैं। वायुसेना चीफ बीएस धनोआ ने कहा कि हम दोनों में कई चीजें एक समान हैं- एक की हम दोनों को बाहर कर दिया और दूसरा की हम दोनों ने पाकिस्तानियों का मुकाबला किया। मैं कारगिल में लड़ा, अभिनंदन बालाकोट के बाद लड़े। तीसरी बात ये कि मैंने उसके पिता के साथ भी उड़ान भरी है। ये मेरे लिए सम्मान की बात है कि मैंने मिग-21 की आखिरी सवारी उनके बेटे के साथ की है। यह भी पढ़ें: पठानकोट एयरबेस पर तैनात होेंगे 8 अपाचे हेलिकॉप्टर, PAK सीमा के पास बढ़ेगी IAF की ताकत