Video: बेंगलुरु की सड़कों पर भीख मांग रहा IIT इंजीनियर, कैसे जिंदगी ने लिया U-turn?
वीडियो में एक युवक है जो पूर्व इंजीनियर है। मगर अब ये भिखारी बनकर अपना जीवन जीने को मजबूर हो गया है। पूर्व इंजीनियर की ये हालत शराब की लत के कारण हुई है। दरअसल युवक के मां-बाप और गर्लफ्रेंड की अचानक मौत हो गई जिस वजह से उसकी दिमागी हालत पर बहुत बुरा असर पड़ा और वो शराब पीने लगा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में इंजीनियर का काम करने का दावा करने वाले एक व्यक्ति को बेंगलुरु की सड़कों पर भीख मांगते हुए देखा गया, शख्स की इस हरकत ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है।
यह कहानी तब सामने आई जब इंस्टाग्राम यूजर @शरथ_युवरजा_ऑफिशियल ने उस व्यक्ति की स्थिति बयां करते हुए एक वीडियो शेयर की। हालांकि जागरण वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।
माता-पिता की मौत के बाद खराब हुई दिमागी हालत
लाल टी-शर्ट पहने और अस्त-व्यस्त दिखने वाला यह व्यक्ति कथित तौर पर मैसूर रोड के पास ग्लोबल सिटी, जिसे पहले ग्लोबल विलेज टेक पार्क के नाम से जाना जाता था। एक टॉप कंपनी फर्म में काम करता था और लाखों कमाता था। फिर युवक के माता-पिता और उसकी गर्लफ्रेंड की मौत के बाद उसकी दिमागी हालत खराब हो गई।क्यों गई नौकरी?
युवक की जिंदगी में उसके मां-बाप और उसकी एक गर्लफ्रेंड थी, जिनसे वह बहुत प्यार करता था। गर्लफ्रेंड और युवक जल्द ही शादी करना चाह रहे थे। सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था, लेकिन मां-बाप और गर्लफ्रेंड की अचानक मौत हो गई और उनकी मौत के बाद युवक की जिंदगी तबाह हो गई। अपने चाहने वाले लोगों को खोने के बाद युवक शराब का आदी हो गया। शराब के कारण धीरे-धीरे युवक की जिंदगी बदलती चली गई और देखते ही देखते युवक की दिमागी स्थिति भी बिगड़ गई। इससे उसकी नौकरी चली गई और उसने पैसा कमाने के लिए सड़कों पर भीख मांगना शुरू कर दिया।
View this post on Instagram
मदद के लिए NGO से संपर्क किया था
वीडियो में शख्स को डेविड ह्यूम के दार्शनिक कार्यों, आइंस्टीन के सिद्धांतों एमिग्डाला जैसी मस्तिष्क संरचनाओं के बारे में बात करते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने 2013 में फ्रैंकफर्ट का दौरा करने का भी जिक्र किया।वीडियो अपलोड करने वाले शरथ ने दावा किया कि उन्होंने मदद के लिए एक एनजीओ से संपर्क किया था, लेकिन उन्हें सूचित किया गया कि हस्तक्षेप के लिए पुलिस की भागीदारी की आवश्यकता होगी।