सातवें चरण में पश्चिम बंगाल में हिंसा, गुस्साई भीड़ ने EVM लूटकर तालाब में फेंकी; संदेशखाली में भी हुआ विवाद
अब तक लगभग शांतिपूर्ण हो रहे लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में शनिवार को सातवें और अंतिम चरण के मतदान के दौरान पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हुई हिंसा ने पूरे चुनाव पर दाग लगा दिया है। इस दौरान पश्चिम बंगाल में मारपीट के साथ ईवीएम लूटने की भी घटना हुई है। हालांकि निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने इस घटना को वोटिंग शुरू होने से पहले का बताया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अब तक लगभग शांतिपूर्ण हो रहे लोकसभा चुनाव में शनिवार को सातवें और अंतिम चरण के मतदान के दौरान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा ने पूरे चुनाव पर दाग लगा दिया है। इस दौरान पश्चिम बंगाल में मारपीट के साथ ईवीएम लूटने की भी घटना हुई है। हालांकि निर्वाचन आयोग ने इस घटना को वोटिंग शुरू होने से पहले का बताया है।
इस बीच अंतिम चरण में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 57 सीटों पर 59 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस दौरान सबसे अधिक 69.89 प्रतिशत मतदान पश्चिम बंगाल में हुआ है। जो पिछले छह चरणों के मुकाबले कम है। सबसे कम 49.35 प्रतिशत मतदान बिहार में हुआ है। अब नतीजे चार जून को आएंगे। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव के सभी सातों चरणों में करीब 65 फीसद मतदान हुआ है। जो 2019 के मुकाबले कम है। 2019 में 67.4 प्रतिशत मतदान हुआ था।
सातवें व अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश में 55.55 मतदान
निर्वाचन आयोग के मुताबिक सातवें व अंतिम चरण में हिमाचल प्रदेश में 66.91, उत्तर प्रदेश में 55.55, पंजाब में 55.58, ओडिशा में 62.76 , झारखंड में 68.32 प्रतिशत व चंडीगढ़ में 62.80 प्रतिशत मतदान हुआ है। लोकसभा चुनाव के इससे पहले के चुनाव में भी कमोबेश कुछ ऐसा ही मतदान प्रतिशत रहा है।अंतिम चरण के चुनाव में प्रमुख चेहरे मैदान में
अंतिम चरण के इस चुनाव में जो प्रमुख चेहरे मैदान में है, उनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ ही केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, महेन्द्र नाथ पांडेय, रामकृपाल यादव,अनुप्रिया पटेल, कंगना रानौत, मीसा भारती और अभिषेक बनर्जी शामिल है। लोकसभा चुनाव के साथ ओडिशा के विधानसभा चुनाव भी समाप्त हो गए। जहां अंतिम चरण में लोकसभा के साथ मतदान था।