Tripura Violence: त्रिपुरा में नहीं थम रही हिंसा, कांग्रेस ने की छात्र की मौत की न्यायिक जांच की मांग
त्रिपुरा में बीते कुछ समय से हिंसा जारी है। धलाई जिले के गंडाटविसा में 19 वर्षीय कॉलेज छात्र परमेश्वर रियांग की मौत के बाद हिंसा और ज्यादा भड़क गई थी। बता दें कि 7 जुलाई को दो समूहों के बीच हुई झड़प में उसकी मौत हो गई थी। वहीं अब इस मामले में कांग्रेस की त्रिपुरा इकाई ने हिंसा को लेकर जांच की मांग की है।
पीटीआई, अगरतला। कांग्रेस की त्रिपुरा इकाई ने धलाई जिले के गंडाटविसा में एक छात्र की मौत और उसके बाद हुई हिंसा की घटनाओं की उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से न्यायिक जांच की मांग की है।
बता दें कि 19 वर्षीय कॉलेज छात्र परमेश्वर रियांग 7 जुलाई को दो समूहों के बीच हुई झड़प में घायल हो गया था। 12 जुलाई को अस्पताल में उसकी मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि उसकी मौत के बाद गंडाटविसा में दंगे और आगजनी हुई, जिससे कम से कम 40 परिवार बेघर हो गए।
पार्टी के वरिष्ठ विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने संवाददाताओं को बताया कि मंगलवार को त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस समिति (टीपीसीसी) की पांच सदस्यीय टीम ने गंडाटविसा में स्थिति का जायजा लेने के लिए परमेश्वर रियांग और अन्य हिंसा प्रभावित परिवारों के घर का दौरा किया।
उन्होंने कहा, पुलिस की मौजूदगी में परमेश्वर गंभीर रूप से घायल हो गया। लूटपाट, दंगा और आगजनी भी पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में हुई। इसलिए हमने न्यायिक जांच की मांग की है।
इसके अलावा, रॉय बर्मन ने कहा कि टीपीसीसी गंडाटविसा के संवेदनशील इलाकों में "स्थायी सुरक्षा शिविर", पीड़ितों के परिजनों के लिए सरकारी नौकरी और हिंसा प्रभावित परिवारों को पर्याप्त मुआवजा चाहती है।
उन्होंने कहा, जिन परिवारों के घर पूरी तरह जल गए, उन्हें केवल 25,000 रुपये दिए गए हैं और परमेश्वर की मां को 5 लाख रुपये दिए गए हैं। हम चाहते हैं कि राज्य सरकार गंडाटविसा के सभी हिंसा प्रभावित परिवारों को पर्याप्त मुआवजा दे।
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