स्वच्छ भारत: अव्वल रहा विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन, अंडर 10 में दिल्ली का आनंद विहार और लखनऊ शामिल
भारतीय रेलवे रेलवे स्टेशनों की स्वच्छता रैंकिग की तर्ज पर इस बार क्यूसीआइ स्टेशनों से संबंधित स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट जुलाई में जारी कर सकता है।
By Ramesh MishraEdited By: Updated: Tue, 29 May 2018 11:55 AM (IST)
नई दिल्ली [ जेएनएन ]। भारतीय रेलवे ने "स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत" अभियान के तहत "ए-1" व "ए" श्रेणी के रेलवे स्टेशनों की सूची जारी कर दी है। "ए-1" श्रेणी में आंध्र प्रदेश का विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन में अव्वल रहा। तेलंगाना का सिकंदराबाद दूसरे स्थान पर, जम्मू-कश्मीर का जम्मूतवी तीसरे स्थान पर रहा।
वहीं आंध्र प्रदेश का विजयवाड़ा चौथे, दिल्ली का आनंद विहार पांचवें, उप्र का लखनऊ छठवें, अहमदाबाद सातवें, जयपुर रेलवे स्टेशन आठवें, महाराष्ट्र का पुणे नौवें स्थान पर तो कर्नाटक का बेंगलुरु सिटी दसवें स्थान पर रहा।"ए" श्रेणी में अमृतसर का ब्यास रेलवे स्टेशन पहले स्थान पर रहा। इसी श्रेणी में तेलंगाना का खम्मम दूसरे, जबकि महाराष्ट्र का अहमदनगर तीसरे स्थान पर है। बंगाल का दुर्गापुर चौथे स्थान पर है।
"ए-1" श्रेणी के लिए 75 रेलवे स्टेशनों का सर्वे किया गया तो "ए" श्रेणी के लिए 332 का। यह सर्वेक्षण क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआइ) ने कराया है। यह रैंक सर्वे में स्टेशनों पर रेलयात्रियों के फीडबैक व थर्ड पार्टी ऑडिट के अनुसार दिया गया है।
ऐसे किया सर्वेक्षण
सर्वेक्षण के लिए चौबीस घंटे काम करने वाला कंट्रोल रूम स्थापित किया गया और सर्वेक्षण की प्रगति की निगरानी के लिए फोटो को जिओ-टैग किया जाता है।
क्या हैं स्वच्छता मानकस्वच्छता की प्रक्रिया के मूल्यांकन में पार्किंग, मुख्य प्रवेश क्षेत्र, प्रमुख प्लेटफॉर्म, प्रतीक्षालय, ओपन एरिया, शौचालय आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया। इसमें यात्रियों के सुझाव भी शामिल किए गए।
ट्रेनों की भी जारी होगी स्वच्छता रैंकिगभारतीय रेलवे रेलवे स्टेशनों की स्वच्छता रैंकिग की तर्ज पर इस बार क्यूसीआइ स्टेशनों से संबंधित स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट जुलाई में जारी कर सकता है। इस सर्वेक्षण में रेलवे स्टेशन परिसर में पार्किंग, प्रमुख द्वार, प्रमुख प्लेटफॉर्म, प्रतीक्षालय, ओपन एरिया, शौचालय, बैठने की व्यवस्था, पेयजल बूथ, प्रतीक्षालय, पटरी, फुट ओवरब्रिज, सफाई कर्मचारियों की वर्दी, सुरक्षात्मक उपाय, उपकरण की स्थिति को भी शामिल किया गया है।
कर्मचारियों से उनके वेतन और अन्य सुविधाओं के बारे में भी पूछा जा रहा है। साथ ही ट्रेन में यात्रा कर रहे लोगों से प्रतिक्रिया ली जा रही है। उनसे स्टेशन परिसर और ट्रेन में स्वच्छता संबंधी करीब 40 तरह के सवाल पूछकर रेटिग कराई जा रही है।ट्रेनों की स्वच्छता के लिए आकलन का निर्धारण यात्रा शुरू होने से पहले शौचालयों की स्थिति, उपकरण और कूड़ेदान, कर्मचारी, कीटनाशक प्रबंधन, पानी की उपलब्धता और अपशिष्ट प्रबंधन से किया जा रहा है। इस समय 210 ट्रेनों में स्वच्छता संबंधी सर्वेक्षण किया जा रहा है। यह कार्य आइआरसीटीसी को सौंपा गया है।