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विश्वास न्यूज ने SKS सीनियर्स किया लॉन्च, वरिष्ठ नागरिकों को सिखाए जाएंगे फेक न्यूज से निपटने के गुर

जागरण न्यू मीडिया की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित और विश्वसनीय फैक्ट चेकिंग विंग विश्वास न्यूज ने लोगों को जागरूक करने के लिए मीडिया लिटरेसी अभियान सच के साथी सीनियर्स की शुरुआत की है। लोगों को जागरूक करने के लिए SKS सीनियर्स जागरण न्यू मीडिया का सातवां प्रयास है। इस अभियान को विश्वास न्यूज ने अकादमिक पार्टनर मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन के साथ लॉन्च किया।

By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Fri, 15 Dec 2023 08:15 PM (IST)
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विश्वास न्यूज ने SKS सीनियर्स किया लॉन्च (जागरण फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जागरण न्यू मीडिया की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित और विश्वसनीय फैक्ट चेकिंग विंग विश्वास न्यूज ने लोगों को जागरूक करने के लिए मीडिया लिटरेसी अभियान 'सच के साथी: सीनियर्स' की शुरुआत की है। इस अभियान का लक्ष्य समाज के वरिष्ठ नागरिकों को यह बताना है कि वे ऑनलाइन भ्रामक सूचनाओं और डीप फेक से अपने आप को कैसे बचाएं। इसी के साथ इस बात की भी जानकारी दी गई कि कैसे वे विश्वसनीय खबरें और सूचनाएं हासिल करें।

लोगों को जागरूक करने के लिए SKS सीनियर्स जागरण न्यू मीडिया का सातवां प्रयास है। इस अभियान को विश्वास न्यूज ने अकादमिक पार्टनर मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन (MICA) के साथ लॉन्च किया। यह अभियान गूगल न्यूज इनिशिएटिव के सपोर्ट से चल रहा है।

दो अन्य फैक्ट-चेकर्स (फैक्ट क्रेस्केंडो और न्यूज मीटर) भी स्थानीय भाषाओं में इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए भाषा साझेदार के रूप में SKS सीनियर्स के साथ जुड़े हैं। इस अभियान का लक्ष्य वरिष्ठ नागरिकों को मीडिया साक्षरता प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस अभियान के जरिए हमारे वरिष्ठ नागरिक भ्रामक सूचनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील होंगे। इसके तहत वे डिजिटल सूचनाओं को बेहतर ढंग से नेविगेट करने का कौशल हासिल करते हैं।

SKS सीनियर्स अभियान 50 शहरों में आयोजित किया जाएगा। इस दौरान 15 राज्यों की सात भाषाओं में 70 ट्रेनिंग सेशन आयोजित किए जाएंगे। इन अभियानों में 40 ऑनग्राउंड होंगे, जबकि 30 वेबिनार के जरिए आयोजित होंगे। इसके साथ ही SKS पहली बार अपनी तरह का माइक्रो-लर्निंग वीडियो कोर्स भी लॉन्च करेगा और अपने प्रिंट संस्करणों के जरिए मीडिया साक्षरता को बढ़ावा देगा।

इस मौके पर जागरण न्यू मीडिया के सीईओ भरत गुप्ता ने कहा,

Vishvasnews.com, Google News Initiative, फैक्ट चेकिंग कम्युनिटी और MICA के बीच सहयोग खासकर वरिष्ठ नागरिकों में मीडिया साक्षरता को बढ़ाने के हमारे उद्देश्य को पूरा करता है। इस दौरान हमारा पूरा ध्यान डिजिटल सेफ्टी और फैक्ट चेकिंग पर केंद्रित रहता है। सच के साथी का सातवां प्रयास हमें वरिष्ठ नागरिकों के बीच मीडिया साक्षरता की प्रगति को सामूहिक रूप से प्राथमिकता देने और एक मजबूत आधार तैयार करने में सक्षम करेगा। जागरण न्यू मीडिया में हमारा प्रयास विविधता, समानता और समावेशन के सिद्धांतों का पालन करना रहा है, जो इस महत्वपूर्ण कारण के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाता है।

जागरण न्यू मीडिया के प्रधान संपादक राजेश उपाध्याय ने कहा,

हम सच के साथी का नया अध्याय लिखने को लेकर उत्साहित हैं। हमने देखा है कि वरिष्ठ नागरिकों के सामने सीमित मीडिया साक्षरता और फैक्ट चेकिंग स्किल का अभाव होता है, इसी को दूर करने के लिए हमने उन्नत दृष्टिकोण अपनाया है। हमारा मुख्य फोकस वरिष्ठ नागरिकों को फैक्ट चेकिंग कम्युनिटी और अकादमिक पार्टनर MICA द्वारा किए गए विभिन्न ट्रेनिंग सेशन के जरिए डिजिटल सेफ्टी और भ्रामक सूचनाओं के बारे में जागरूक करने वाले अहम टूल्स पर है।

उन्होंने कहा कि इस अभियान की सफलता के लिए एक कार्ययोजना तैयार की गई है जिसका लक्ष्य है कि यह अभियान टारगेट ऑडियंस तक पहुंचे। इस दौरान अभियान के विभिन्न चरणों को चेक भी किया जाएगा ताकि यह पता चल सके कि समाज में यह कितना कारगर है।

गूगल न्यूज लैब की भारत प्रमुख सुरभि मलिक ने कहा,

सच के साथी सीनियर्स एक बेहद अहम सहयोगी मीडिया साक्षरता अभियान है, जो वरिष्ठ नागरिकों की समझ को बढ़ाकर सशक्त करेगा। साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को भ्रामक सूचनाओं और डीपफेक का पता लगाने और उससे निपटने में कारगर होगा। भ्रामक सूचना और दुष्प्रचार एक गंभीर समस्या है, जो कि विश्वसनीय और आधिकारिक सूचनाओं के प्रवाह को रोकती है। चुनाव के समय में ऐसी समस्या का काफी सामना करना पड़ता है। हमें इस अभियान का समर्थन करने पर गर्व है, जो ट्रेनिंग लेने वाले लोगों को ऑनलाइन उपलब्ध जानकारी की विश्वसनीयता का बेहतर आकलन करने में मदद करेगा।

मीडिया और मनोरंजन प्रबंधन क्षेत्र के प्रमुख और सेंटर फॉर मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्टडीज (सीएमईएस) के एसोसिएट प्रोफेसर संतोष के पात्रा ने कहा कि विश्वास न्यूज के डिजिटल मीडिया साक्षरता अभियान SKS सीनियर्स के अकादमिक भागीदार के रूप में हम भ्रामक सूचनाओं को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने के अवसर के रूप में देखते हैं। हमने इंटरैक्टिव और लोगों को ध्यान में रखकर एक लर्निंग कोर्स तैयार किया है, जो न केवल जानकारी प्रदान करता है, बल्कि फेक न्यूज, भ्रामक सूचनाओं और दुष्प्रचार की चुनौतियों से निपटने के लिए अहम समझ को विकसित करता है

सच के साथी को 2019 में विश्वास न्यूज.कॉम और जागरण न्यू मीडिया द्वारा भ्रामक सूचनाओं और दुष्प्रचार के प्रसार से निपटने के अभियान के साथ लॉन्च किया गया था। SKS ने 2023 में वान-इफ़्रा का सर्वश्रेष्ठ ट्रस्ट इनिशिएटिव सिल्वर अवॉर्ड और बेस्ट कंटेंट कैंपेन के लिए IAMAI का 2022 का कांस्य पदक विजेता था।

पिछले छह अभियानों में हेल्थ फैक्ट चेक, बिहार चुनाव, वैक्सीन के लिए हां, विधानसभा चुनाव 2022, फैक्ट्सअप जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई थी। पिछले कुछ सालों में सच के साथी ने भ्रामक सूचनाओं और फेक न्यूज के सामाजिक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ बड़े स्तर पर भ्रामक सूचनाओं की पहचान करने के लिए जरूरी टूल्स और ट्रेनिंग दी है।

विश्वास न्यूज के बारे में:

विश्‍वास न्‍यूज एक फैक्‍ट चेक और वेरिफिकेशन वेबसाइट है, जो अंग्रेजी, हिन्‍दी और 10 दूसरी भारतीय भाषाओं में फेक न्‍यूज और गलत सूचनाओं का पर्दाफाश करने के लिए प्रतिबद्ध है।

इंटरनेशनल फैक्ट चेकिंग नेटवर्क (IFCN) द्वारा प्रमाणित, विश्‍वास न्‍यूज एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड का एक हिस्सा है, जो भारत के आम आदमी को तथ्यात्मक और विश्वसनीय जानकारी के साथ सशक्त बनाने के उद्देश्य से काम करता है। साथ में असली और फर्जी सूचनाओं के बीच अंतर बताने के लिए जागरूक करता है।