'जिहादियों को भारत में न घुसने दिया जाए', विश्व हिंदू परिषद ने केंद्र से की बांग्लादेश के हिंदुओं की रक्षा करने की अपील
Bangladesh Violence विश्व हिंदू परिषद ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह बांग्लादेश के हिंदुओं की रक्षा सुनिश्चित करे और साथ ही ध्यान रखे कि बांग्लादेश से आ रहे शरणार्थियों की आड़ में जिहादी देश में न घुस पाएं। विहिप मध्य प्रांत के सचिव ने कहा कि परिषद और बजरंग दल का हर कार्यकर्ता बांग्लादेशी सीमा में सुरक्षा के लिए तैनात होने को तैयार है।
पीटीआई, भोपाल। बांग्लादेश में जारी हिंसा और अशांति के बीच विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने गुरुवार को केंद्र सरकार से अपील की कि वहां के हिंदुओं की रक्षा की जाए और सुनिश्चित किया जाए कि शरणार्थियों की आड़ में 'जिहादी' भारत में न घुसें।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार VHP मध्य भारत के प्रांत मंत्री (सचिव) राजेश जैन ने भोपाल में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'हम केंद्र से बांग्लादेश में उन हिंदुओं की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने का अनुरोध करते हैं, जिन पर अत्याचार किया जा रहा है और उनके घरों और पूजा स्थलों को तोड़ा जा रहा है। हम केंद्र से उन हिंदुओं की रक्षा करने की मांग करते हैं, जो पड़ोसी देश में आसान निशाना हैं।'
शरणार्थियों की आड़ में न घुसने पाएं 'जिहादी': VHP
उन्होंने कहा, 'केंद्र को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि उस देश के शरणार्थियों की आड़ में जिहादी नापाक इरादे से हमारी सीमा में घुसपैठ न करें। विहिप और बजरंग दल का प्रत्येक कार्यकर्ता बांग्लादेश से लगी सीमाओं की रक्षा के लिए सेना और सीमा सुरक्षा बल के साथ खड़ा होने के लिए तैयार है। अगर केंद्र हमसे पूछता है तो हम संकटग्रस्त बांग्लादेश से लगी सीमा पर सुरक्षा बलों को सहायता देने के लिए तैयार हैं।'बांग्लादेश में हिंदुओं की आबादी घटने का दावा
उन्होंने दावा किया कि विभाजन के समय हिंदुओं की संख्या 32 प्रतिशत थी, जो जिहादियों के उत्पीड़न और दंगों के कारण बांग्लादेश में घटकर मात्र 8 प्रतिशत रह गई है। इधर, रिपोर्ट्स के अनुसार बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद देशभर में भड़की हिंसा की घटनाओं में कम से कम 232 लोग मारे गए हैं, जिससे मरने वालों की संख्या 560 हो गई है।
इससे पहले बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में कोटा को लेकर विरोध पहली बार जुलाई के मध्य में शुरू हुआ था। अपने शासन के खिलाफ छात्रों के कई हफ्तों के उग्र विरोध प्रदर्शन के बाद हसीना ने प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भाग गईं। उन्होंने सोमवार को बांग्लादेश सैन्य विमान से दिल्ली के पास हिंडन एयर बेस के लिए उड़ान भरी।