Waqf Bill: 'ये घोर उल्लंघन है', वक्फ पर जेपीसी की बैठक को लेकर विपक्ष का हंगामा, ओम बिरला को लिखा पत्र
विपक्षी सदस्यों ने मंगलवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि संयुक्त संसदीय कमेटी (जेपीसी) की बैठक में नियमों का उल्लंघन हुआ। वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर चर्चा के लिए सोमवार को जेपीसी की बैठक हुई थी। इसमें जमकर हंगामा हुआ था और विपक्षी सांसदों ने वाकआउट किया था। विपक्षी सांसदों ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर आरोप लगाया
नई दिल्ली, पीटीआई: विपक्षी सदस्यों ने मंगलवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि संयुक्त संसदीय कमेटी (जेपीसी) की बैठक में नियमों का उल्लंघन हुआ। वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर चर्चा के लिए सोमवार को जेपीसी की बैठक हुई थी।
इसमें जमकर हंगामा हुआ था और विपक्षी सांसदों ने वाकआउट किया था। विपक्षी सांसदों ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर आरोप लगाया, 'वक्फ विधेयक पर विचार के लिए संसद की संयुक्त समिति की बैठक में संसदीय आचार संहिता का घोर उल्लंघन हुआ है। हम आपसे तत्काल हस्तक्षेप का आग्रह कर रहे हैं।' यह पत्र बैठक के एक दिन बाद सामने आया है।
सहयोगी दलों के सांसद भड़क गए
सोमवार को कमेटी के बुलावे पर आए कर्नाटक अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनवर मणिपेडी द्वारा प्रस्तुत कर्नाटक वक्फ बोर्ड घोटाले की रिपोर्ट में आरोपितों के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम देखकर कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के सांसद भड़क गए थे।
'अपना विरोध दर्ज कराने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया'
इस रिपोर्ट में रहमान खान और कई अन्य नेताओं के भी नाम दिए गए हैं। विपक्षी सदस्यों की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया, 'समिति की कार्यवाही अध्यक्ष जगदम्बिका पाल द्वारा पक्षपातपूर्ण तरीके से संचालित की गई।' यह पत्र कांग्रेस के गौरव गोगोई, सैयद नासीर हुसैन व इमरान मसूद, डीएमके के ए राजा व एमएम अब्दुल्ला, एआइएमआइएम के असदुद्दीन ओवैसी और टीएमसी के कल्याण बनर्जी की ओर से लिखा गया है।
'जगदम्बिका पाल ने विरोध दर्ज करने के लिए नहीं दिया समय'
विपक्षी सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया कि समिति के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल ने सदस्यों को अपना विरोध दर्ज कराने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया। विपक्ष के नेताओं गौरव गोगोई और कल्याण बनर्जी, बीजेपी सांसदों निशिकांत दुबे, दिलीप सैकिया और अभिजीत गंगोपाध्याय के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों पर अभद्र भाषा इस्तेमाल करने का आरोप
विपक्ष ने सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया, जिसके कारण उन्हें कुछ देर के लिए सदन से बाहर जाना पड़ा, लेकिन बाद में वे चर्चा फिर से शुरू करने के लिए वापस आ गए।