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'मैदान तक सीमित नहीं आधुनिक युग का युद्ध', वायुसेना प्रमुख ने बताया सेना के अधिकारियों में क्या होने चाहिए गुण

वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने शनिवार को वायुसेना अकादमी में 213 ऑफिसर्स कोर्स की संयुक्त स्नातक परेड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आधुनिक युग का युद्ध सिर्फ लड़ाई के मैदान तक सीमित नहीं है। उनका मानना है कि भविष्य के संघर्षों को अतीत की मानसिकता के साथ नहीं लड़ा जा सकता है। जानिए उन्होंने और क्या कहा।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Sat, 15 Jun 2024 07:32 PM (IST)
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एयर फोर्स चीफ ने ऑफिसर्स कोर्स की संयुक्त स्नातक परेड में यह बातें कही। (Photo - ANI)
पीटीआई, हैदराबाद। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने शनिवार को कहा कि आधुनिक युग का युद्ध सिर्फ लड़ाई के मैदान तक सीमित नहीं है। यह जटिल डाटा नेटवर्क और नई साइबर तकनीक से प्रभावित होने वाला तथा निरंतर बदलने वाला एक परिदृश्य है।

उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य के संघर्षों को अतीत की मानसिकता के साथ नहीं लड़ा जा सकता है। वायुसेना प्रमुख ने हैदराबाद के डुंडीगल स्थित वायुसेना अकादमी (एएफए) में 213 ऑफिसर्स कोर्स की संयुक्त स्नातक परेड में यह बात कही। उन्होंने कहा, 'आधुनिक युग का युद्ध गतिशील है और लगातार बदलने वाला परिदृश्य है। यह अब केवल लड़ाई के मैदान तक सीमित नहीं है। यह जटिल डाटा नेटवर्क और उन्नत साइबर प्रौद्योगिकियों से तेजी से प्रभावित हो रहा है।'

'टेक्नोलॉजी का प्रभावी उपयोग जरूरी'

उन्होंने कहा, 'अधिकारी के रूप में आप सभी को युद्ध जीतने में निर्णायक साबित होने के लिए यह जरूरी है कि आप प्रौद्योगिकी को प्रभावी ढंग से अपनाएं, नवाचार करें और उसका लाभ उठाएं।' एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि किसी अधिकारी में दक्षता, आक्रामकता और पहल करने जैसे तीन सबसे प्रशंसनीय गुण होते हैं और ऐसे अधिकारियों की भी जरूरत है, जो विचारक भी हों।

भारतीय वायुसेना के मूल्यों को अपनाएं

उन्होंने कहा, 'जब आप इस असाधारण यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं तो ऐसे में भारतीय वायुसेना के मूल मूल्यों अभियान, समग्रता और उत्कृष्टता को अपना मार्गदर्शक बनाएं।' भारतीय वायु सेना की उड़ान और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के 235 फ्लाइट कैडेटों के प्रशिक्षण के सफल समापन पर यह परेड हुई। इन कैडेट्स को राष्ट्रपति की ओर से कमीशन प्रदान किया गया। इनमें 22 महिला अधिकारी भी शामिल हैं, जिन्हें वायुसेना की विभिन्न शाखाओं में कमीशन मिला है।