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Wayanad Landslide: वायनाड में बचाव अभियान सातवें दिन भी जारी, मृतकों की संख्या में लगातार हो रहा इजाफा; 180 लोग लापता

Wayanad Landslide वायनाड में भूस्खलन के बाद से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच वायनाड के प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान सोमवार को लगातार सातवें दिन भी जारी रहा। 2 अगस्त तक मरने वालों की संख्या 387 हो गई है। रविवार तक 220 शव बरामद किए जा चुके हैं और 180 लोग अभी भी लापता हैं।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Mon, 05 Aug 2024 10:32 AM (IST)
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Wayanad Landslide वायनाड में तबाही का मंजर।
एजेंसी, वायनाड Wayanad Landslide केरल के वायनाड में भूस्खलन के बाद तबाही मची है। भूस्खलन के बाद से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच वायनाड के प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान सोमवार को लगातार सातवें दिन भी जारी रहा।

अब तक 387 की मौत, 180 लापता

समाचार एजेंसी, पीटीआई के मुताबिक 2 अगस्त तक मरने वालों की संख्या 387 हो गई है। रविवार तक 220 शव बरामद किए जा चुके हैं और 180 लोग अभी भी लापता हैं।

राहत अभियान के तहत वायनाड में कुल 53 शिविर स्थापित किए गए हैं। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, जिले भर में 1983 परिवारों, 2501 पुरुषों, 2677 महिलाओं, 1581 बच्चों और 20 गर्भवती महिलाओं सहित 6759 लोगों को इन शिविरों में स्थानांतरित किया गया है।

सरकार ने मेप्पाडी और अन्य ग्राम पंचायतों में 16 शिविर स्थापित किए हैं, जिनमें 9 आश्रय और 7 बचाव शिविर शामिल हैं।

सामूहिक अंतिम संस्कार किया गया

बता दें कि 30 जुलाई को वायनाड के चूरलमाला और मुंडक्कई में हुए भीषण भूस्खलन ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई और जान-माल का नुकसान हुआ। रविवार देर रात जिला प्रशासन ने भूस्खलन में मारे गए अज्ञात लोगों के पार्थिव शरीर का सामूहिक अंतिम संस्कार किया।

मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पहले जिला प्रशासन को सर्वधर्म प्रार्थना के साथ औपचारिकताएं पूरी करने का निर्देश दिया था। इससे पहले मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि चूरलमाला और मुंडक्कई इलाकों में पुलिस की रात्रि गश्त शुरू कर दी गई है।

बचाव अभियान में लगाए गए रडार

सीएमओ के बयान में रात में पीड़ितों के घरों या इलाकों में घुसने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। बयान में कहा गया है कि बचाव अभियान के लिए पुलिस की अनुमति के बिना किसी को भी रात में इन जगहों के घरों या इलाकों में प्रवेश नहीं करना चाहिए।

केरल सरकार के अनुरोध पर भारतीय वायुसेना ने 3 अगस्त को तलाशी अभियान के लिए सियाचिन और दिल्ली से एक ZAWER और चार REECO रडार मंगवाए।