Move to Jagran APP

Wayanad सीट पर प्रियंका गांधी के खिलाफ उम्मीदवार उतारेगी I.N.D.I.A की सहयोगी पार्टी, कर दिया एलान

नई दिल्ली में नेतृत्व बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को कहा कि राहुल उत्तर प्रदेश में रायबरेली लोकसभा सीट रखेंगे और वायनाड सीट खाली करेंगे जहां से उनकी बहन प्रियंका चुनाव लड़ेंगी। राहुल ने वायनाड और रायबरेली दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से जीत हासिल की थी और उन्हें 4 जून को आए लोकसभा परिणामों के 14 दिनों के भीतर एक सीट खाली करनी थी।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Published: Tue, 18 Jun 2024 02:21 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jun 2024 02:22 PM (IST)
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में रायबरेली लोकसभा सीट रखेंगे और वायनाड सीट खाली करेंगे।

पीटीआई, तिरुवनंतपुरम। सीपीआई ने मंगलवार को कहा कि वह वायनाड लोकसभा उपचुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ उम्मीदवार उतारेगी। सीपीआई के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम ने यहां पत्रकारों से कहा कि सीपीआई वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) में वायनाड लोकसभा सीट रखती है और उसका उम्मीदवार उपचुनाव में चुनाव लड़ेगा।

उन्होंने कहा, "इसमें क्या संदेह है? सीपीआई और एलडीएफ ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो भाजपा के अनुकूल हो। इसलिए, हम निश्चित रूप से वहां अपना उम्मीदवार उतारेंगे।" प्रियंका की उम्मीदवारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस को किसी भी क्षेत्र में अपना उम्मीदवार चुनने की पूरी आजादी है।

यह भी पढ़ें: राहुल गांधी को क्यों छोड़नी पड़ी वायनाड सीट? प्रियंका के चुनाव लड़ने की क्या है रणनीति, जानिए पूरा समीकरण

वामपंथी नेता ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी की योजना वायनाड खाली करने की है, तो उन्हें राहुल गांधी जैसे प्रमुख नेता को दक्षिण में लाने की कोई जरूरत नहीं है। सीपीआई की वरिष्ठ नेता एनी राजा ने हाल ही में वायनाड से लोकसभा चुनाव में राहुल के खिलाफ चुनाव लड़ा था।

नई दिल्ली में नेतृत्व बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को कहा कि राहुल उत्तर प्रदेश में रायबरेली लोकसभा सीट रखेंगे और वायनाड सीट खाली करेंगे, जहां से उनकी बहन प्रियंका चुनाव लड़ेंगी। राहुल ने वायनाड और रायबरेली दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से जीत हासिल की थी और उन्हें 4 जून को आए लोकसभा परिणामों के 14 दिनों के भीतर एक सीट खाली करनी थी।

यह भी पढ़ें: 'वायनाड की जनता को धोखा दिया', राहुल गांधी के फैसले से I.N.D.I.A. के नेता क्यों हुए नाराज?


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.