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'हम अपने सैन्य प्रशिक्षण के कारण ही रह पाए जीवित', कतर से रिहा हुए नौसेना के पूर्व अधिकारी ने जताई खुशी

कतर सरकार द्वारा रिहा किए गए आठ भारतीय नौसेना के अधिकारी देश वापस लौट आए हैं। इन आठों नौसेना के अधिकारियों में से एक रागेश गोपकुमार ने कतर में महीनों तक कैद में रहने के बाद घर लौटने और अपने परिवार के साथ फिर से मिलने पर खुशी और आभार व्यक्त किया। गोपकुमार ने कहा कि वह और उनके सहयोगी केवल अपने रक्षा प्रशिक्षण के कारण जीवित बचे हैं।

By Agency Edited By: Babli Kumari Updated: Wed, 14 Feb 2024 03:41 PM (IST)
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भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कतर से भारत पहुंचे। (फोटो/एएनआई)
पीटीआई, तिरुवनंतपुरम। Qatar frees Indian Navy veterans: कतर सरकार द्वारा रिहा किए गए आठ भारतीय नौसेना के अधिकारी देश वापस लौट आए हैं। इन आठों नौसेना के अधिकारियों में से एक, रागेश गोपकुमार ने कतर में महीनों तक कैद में रहने के बाद घर लौटने और अपने परिवार के साथ फिर से मिलने पर खुशी और आभार व्यक्त किया। गोपकुमार ने राहत महसूस करते हुए कहा, ''हम जीवित रहकर खुश हैं... घर आकर खुश हैं।'' उन्होंने कहा कि वह और उनके सहयोगी केवल अपने रक्षा प्रशिक्षण के कारण जीवित बचे हैं।

कतर द्वारा मौत की सजा मिलन और भारत सरकार के दखल के बाद मौत की सजा का आजीवन कारावास और फिर वतन वापसी होना यह आठों नौसेना के अधिकारीयों के लिए किसी सपने से कम नहीं है। जहां दो दिन पहले सात अन्य पूर्व नौसेना कर्मियों के साथ कतर द्वारा रिहा कर दिया गया था, वहीं अब सभी अधिकारी अपने परिवार से मिल कर खुशी जता रहे हैं तो दूसरी तरफ सरकार का शुक्रिया अदा भी कर रहें हैं। 

'जेल और कारावास की सजा थोड़ी तकलीफ देने वाली थी'

गोपाकुमार सोमवार को केरल की राजधानी से 16 किमी दूर स्थित उपनगर बलरामपुरम पहुंचे और रोते हुए अपने परिवार के सदस्यों को गले लगाया। न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए पूर्व नौसेना कर्मी ने कहा, ''जेल और कारावास कुछ भयानक है।''

PM मोदी के व्यक्तिगत हस्तक्षेप के कारण ही यह रिहाई संभव

पूर्व नौसेना अधिकारी ने अपनी रिहाई का सारा श्रेय अपने परिवार की प्रार्थनाओं और केंद्र सरकार के प्रयासों को दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भरपूर प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप के कारण ही उनकी रिहाई संभव हो सकी। गोपाकुमार ने कहा कि उन सभी को उम्मीद थी कि "अगर मोदीजी हस्तक्षेप करेंगे" तो वे जेल से बाहर आ जाएंगे, लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि इसमें कितना समय लगेगा। उन्होंने जेल में बंद पूर्व नौसेना अधिकारियों के परिवारों को कतर लाने की व्यवस्था करने के लिए केंद्र सरकार का आभार भी व्यक्त किया।

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