Weather Update: भयंकर गर्मी से मिलेगी राहत, मौसम विभाग ने इन राज्यों में जारी किया बारिश का अलर्ट
Rain and Weather Forecast देशभर में गर्मी पिछले कुछ दिनों से बढ़ गई और लोगों को घर के अंदर भी सुकून नहीं मिल रहा। इस बीच मौसम विभाग ने पांच दिनों के लिए बारिश का अलर्ट दिया है।
By Nitin AroraEdited By: Updated: Thu, 28 May 2020 03:40 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। देशभर में पिछले कुछ दिनों में गर्मी काफी बढ़ गई, यहां तक की राजस्थान के चूरू में तो 50 डिग्री तक तापमान पहुंच गया था। वहीं, दिल्ली में भी तापमान 47.5 के पार पहुंच गया था। हालांकि, मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले कुछ दिनों में मौसम बिगड़ सकता है। देखा जाए तो बुधवार रात से ही ठंड़ी हवाएं शुरू हो गई थी। जहां गुरुवार की सुबह मौसम एक दम खुल गया और धूप का नामोनिशान नहीं है। महीने की 20 तारीख के बाद से ही मौसम गर्म होना शुरू हो गया था। इसके बाद देशवासी बारिश होने का मौसम सुहाना होने के ही इंतजार में थे। अब भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले पांच दिनों के लिए मौसम खराब होने की चेतावनी जारी की है।
IMD के मुताबिक, असम-मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम-त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। वहीं, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी-कराईकल, केरल-माहे, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल-सिक्किम और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा बताया गया कि आने वाले कुछ दिन तक पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों में और दक्षिण हरियाणा और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश और विदर्भ में गर्म हवाओं से राहत रहेगी।
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में बादल गरजेंगे और 40-50 किमी प्रति घंटे की गति से आंधी आंधी चलेगी। वहीं, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में अलग-अलग स्थानों पर बिजली, ओलावृष्टि और तेज हवाओं की संभावना लगाई गई है। हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़-दिल्ली और झारखंड में भी 30-40 किमी प्रति घंटे की गति हवां चलने का पूर्वानुमान है।
इधर राजस्थान में धूल भरी आंधी चलने की भी संभावना लगाई है। बात उत्तर प्रदेश की करें तो यहां धूल भरी आंधी के साथ मौसम काफी हद तक बिगड़ेगा। बिजली कड़केगी। पंजाब और बिहार में भी मौसम खराब रहने की उम्मीद लगाई गई है। यहां भी तेज हवाएं चलेंगी और ओलावृष्टि की भी रिपोर्ट है।अलग से राज्यों के हाल...
उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट जारीउत्तराखंड में पिछले दो दिनों से मौसम बिगड़ा हुआ है। मौसम विभाग ने मैदानी इलाकों में अंधड़ और पर्वतीय क्षेत्रों में ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इससे जहां पारे में भी गिरावट आएगी और गर्मी से राहत मिलेगी। बताया गया कि बुधवार सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। देहरादून और ऊधमसिंह नगर में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। रुड़की व हरिद्वार में यह 41 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। प्रदेश में जसपुर सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मसूरी और नैनीताल में भी दिनभर उमस ने बेहाल किया। बताया गया कि पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमकने के साथ ओलावृष्टि की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में मिलेगी गर्मी से राहतपूर्वांचल में पिछले सप्ताह से ही भीषण गर्मी की मार झेल रहे लोगों को बुधवार की शाम तेज हवा के साथ हुई बूंदाबांदी से थोड़ी राहत मिली। यहां हल्की बारिश भी हुई। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूर्वांचल में भी मौसम ने करवट ले ली है। इससे गुरुवार को ही बारिश की संभावना बढ़ गई है। मौसम विभाग का ताजा अनुमान उत्तर प्रदेश के 16 शहरों के लिए राहत भरी खबर लेकर आया है।अनुमान जाहिर किया गया है कि 16 जिलों में अचानक मौसम पलट गया है या तो पलटेगा।
पंजाब में तेज हवाएं चल सकती हैंपंजाब के पटियाला में भी गर्मी का कहर जारी रहा। यहां अधिकतम तामपान 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अमृतसर और लुधियाना में तापमान क्रमश: 43.5 और 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान विभाग ने 28 और 31 मई को कुछ स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने की संभावना जतायी है, जबकि 29 ओर 30 मई को दोनों राज्यों में बिजली कड़कने और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत के कई हिस्सों में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के कारण 28 से 30 मई को तापमान में गिरावट आ सकती है। इस दौरान कई जगहों पर धूलभरी आंधी के आसार हैं। बता दें कि पश्चिमी विक्षोभ मेडिटेरेनियन सागर में चक्रवातों की वजह से पैदा होता है और गर्म हवाओं के मध्य एशिया से गुजरने के बाद यह हिमालय की बर्फीली चोटियों से टकराती हैं, जिससे पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश की स्थितियां पैदा होती हैं।