खेल मंत्रालय ने यौन शोषण मामले में WFI से मांगा जवाब, संघ ने बृजभूषण पर लगे सभी आरोपों से किया इनकार
भारतीय कुश्ती महासंघ से केन्द्रीय खेल मंत्रालय ने पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों में जवाब मांगा था। संघ का कहना है कि उनके अध्यक्ष पर लगाए गए आरोप गलत हैं और सभी आरोपों को भी खारिज कर दिया है।
By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Sat, 21 Jan 2023 05:52 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने अपने अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न सहित सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। साथ ही उन्होंने हुए कहा है कि खेल निकाय में किसी तरह के कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है। डब्ल्यूएफआई ने खेल मंत्रालय को अपने जवाब में कहा, "डब्ल्यूएफआई का प्रबंधन उसके संविधान के अनुसार एक निर्वाचित निकाय द्वारा किया जाता है और इसलिए इसमें किसी एक की ओर से कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश ही नहीं है।"
"कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं"
"डब्ल्यूएफआई ने कहा कि मौजूदा अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने हमेशा पहलवानों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखते हुए काम किया है।" साथ ही उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएफआई ने कुश्ती को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी बेहतर बनाया है जोकि बिना निष्पक्ष, सहायक, स्वच्छ और सख्त प्रबंधन के संभव नहीं है।
दरअसल, खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई को आदेश दिया था कि वे 72 घंटे के भीतर आरोपों का जवाब दे, इसके जवाब में ही शुक्रवार शाम को अपना जवाब भेजा गया है।
नई जांच समिति का हुआ गठन
लगातार जंतर-मंतर पर पदक विजेती पहलवान विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। शनिवार की सुबह केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने उन्हें आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और इसके लिए एक अलग जांच समिति का भी गठन किया है। इस जांच समिति में ओलंपिक पदक विजेता मैरी कॉम, पूर्व तीरंदाज डोला बनर्जी, अलकनंदा अशोक, लंदन ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त, भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव और दो अधिवक्ता शामिल हैं। समिति के सदस्य योगेश्वर दत्त ने कहा है कि यह आरोप बेहद गंभीर है अगर यह सही साबित हुए तो आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर आरोप गलत साबित हुए तो सख्ती से जांच की जाएगी कि किस मकसद से ऐसा किया गया है।