Hubli Hatyakand पर क्या बोले डीके शिवकुमार? भाजपा ने की सीबीआई जांच की मांग
हुबली के बीवीबी कॉलेज कैंपस में 18 अप्रैल को 23 साल की नेहा हिरेमथ की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद से ही इस मामले को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं। भाजपा ने कर्नाटक की सरकार पर हमला किया। इस मामले को लेकर डीके शिवकुमार ने कहा कि उनकी सरकार को हुबली हत्या मामले की CBI जांच पर कोई आपत्ति नहीं है।
एएनआई, बेंगलुरु (कर्नाटक)। कर्नाटक के हुबली स्थित बीवीबी कॉलेज कैंपस में गुरुवार (18 अप्रैल) को कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमथ की 23 साल की बेटी नेहा हिरेमथ की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। नेहा एमसीए फर्स्ट ईयर की छात्रा थीं। उसी कॉलेज के एक ड्रॉपआउट स्टूडेंट फैयाज खोंडुनाईक (23) ने नेहा के गले, पेट सहित शरीर पर चाकू से 7 हमले किए। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें फैयाज नेहा पर हमला करता हुआ दिखाई दिया था।
भाजपा ने किया कर्नाटक सरकार पर हमला
इस मामले के बाद से भाजपा ने कर्नाटक की सरकार पर हमला तेज कर दिया है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार को हुबली हत्या मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच पर कोई आपत्ति नहीं है, हालांकि, उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस मामले से अपने तरीके से निपटेगी।
#WATCH | Bengaluru: On BJP's demand to handover Hubbali murder case to CBI, Karnataka Deputy CM DK Shivakumar says, "We don't mind, let them handover. Let them do whatever they want. They are not eligible. Karnataka government will deal with it in its own way. There is no… pic.twitter.com/bXJ4JhgwGt
— ANI (@ANI) April 22, 2024
नेहा की चाकू मारकर की थी हत्या
यह टिप्पणी तब आई जब भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक में कांग्रेस पार्षद की बेटी की हत्या की सीबीआई जांच की मांग की, जिसकी पिछले हफ्ते बीवीबी कॉलेज परिसर में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि पुलिस मामले को भटकाने की कोशिश कर रही है।डीके शिवकुमार ने एएनआई को बताया, वे जो करना चाहते हैं उन्हें करने दें, वे जो करना चाहते हैं उससे हमें कोई आपत्ति नहीं है। कर्नाटक सरकार इस मामले से अपने तरीके से निपटेगी, इसका कोई सवाल ही नहीं है।हुबली में मारी गई लड़की के पिता निरंजन हिरेमथ ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने यह भी मांग की कि मामले के प्रभारी पुलिस आयुक्त को कथित "लापरवाही" के लिए स्थानांतरित किया जाना चाहिए।
अभी तक किसी पर भी नहीं हुई कार्रवाई- नेता के पिता
हिरेमथ ने रविवार को एएनआई को बताया, मैंने 8 लोगों के नाम खुले तौर पर दिए हैं। उन्होंने एक भी व्यक्ति को नहीं पकड़ा है। मैं अब विश्वास खो रहा हूँ। वे मेरे मामले को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर आप जांच नहीं कर सकते हैं तो इसे सीबीआई को दे दीजिए। इस मामले में कमिश्नर एक महिला हैं, फिर भी वह एक लड़की की हत्या को गंभीरता से नहीं ले रही हैं। वह किसी दबाव में काम कर रही है। मेरी मांग है कि मामले में लापरवाही के लिए कमिश्नर का ट्रांसफर किया जाए। मेरी मांग है कि केस को सीबीआई को दे दिया जाए।
इससे पहले, बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा ने भी रविवार को हिरेमठ की ओर से सीबीआई जांच की मांग उठाई थी।नड्डा ने कहा, यह चौंकाने वाली घटना है और हम इसकी निंदा करते हैं। इस घटना पर सीएम सिद्धारमैया और गृह मंत्री जी परमेश्वर के बयान आपत्तिजनक हैं। उनके बयान जांच को कमजोर करते हैं। कर्नाटक की जनता मौजूदा सरकार को उसकी तुष्टिकरण की राजनीति के लिए नहीं बख्शेगी।उन्होंने कहा, अगर राज्य पुलिस निष्पक्ष जांच करने में असमर्थ है तो राज्य सरकार को मामला सीबीआई को सौंप देना चाहिए। हिरेमथ ने इस घटना की सीबीआई जांच की भी मांग की है क्योंकि उन्हें राज्य पुलिस पर कम भरोसा है।