चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ
What is (CDS) Chief of Defence Staff चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस रक्षा मंत्री के प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में काम करता है। उसका पद तीनों सेनाओं के प्रमुखों से ऊपर होता है। सीडीएस के पद को बनाने की पहल करगिल युद्ध के बाद शुरू की गई थी।
CDS Explained, Chief of Defence Staff: सीडीएस यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ... मौजूदा समय में लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अनिल चौहान सीडीएस हैं। वे पूर्वी कमान के प्रमुख रह चुके हैं। सीडीएस रक्षा मंत्री के प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में काम करता है। वह रक्षा मंत्री को अपनी सेनाओं के संबंध में सुझाव भी देता है। भारत समेत कई देशों में सीडीएस का पद है। हालांकि, इसे वहां अलग-अलग नामों से जाना जाता है।
सीडीएस का पद क्यों बनाया गया?
सबसे पहले 2001 में मंत्रियों के एक समूह ने सीडीएस के पद का सृजन करने की सिफारिश की थी। इस समूह को करगिल समीक्षा समिति की रिपोर्ट का अध्ययन करने का काम सौंपा गया था। इस समूह की सिफारिश के बाद 2001 में सरकार ने एकीकृत रक्षा स्टाफ बनाया, जिसे सीडीएस के सचिवालय के रूप में काम करना था। साल 2012 में नरेंद्र चंद्र समिति ने चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति की सिफारिश की। आखिरकार 2019 में सीडीएस के पद का सृजन हुआ। इस पद को लेफ्टिनेंट जनरल डी.बी शेकातकर की अध्यक्षता वाली रक्षा विशेषज्ञों की समिति की सिफारिशों पर बनाया गया था।
भारत के पहले सीडीएस कौन थे?
जनरल बिपिन रावत देश के पहले सीडीएस थे। उनकी नियुक्ति 31 दिसंबर 2019 को हुई थी। वे अपनी मृत्यु तक इस पद पर रहे। उनकी मौत 8 दिसंबर 2021 को एक हेलिकाप्टर क्रैश में हुई थी। उन्होंने चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के 57वें चेयरमैन और 26वें चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं।
सीडीएस का काम क्या होता है?
सीडीएस चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का स्थायी सदस्य होता है, जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होते हैं। वह डीएमए यानी सैन्य मामलों के विभाग का प्रमुख भी होता है। वह रक्षा मंत्री के प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में काम करता है। सीडीएस तीनों सेनाओं के प्रमुखों को निर्देश और कमांड दे सकता है। सीडीएस का काम सशस्त्र बलों, रक्षा मंत्रालय और नौकरशाही के बीच बेहतर सहयोग को बढ़ावा देना है। उसकी नियुक्ति से निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी आती है। वह थियेटर कमांड का संचालन और भारत की परमाणु नीति की समीक्षा भी करता है।
भारत के वर्तमान सीडीएस कौन हैं?
भारतीय सेना के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान देश के दूसरे सीडीएस हैं। जनरल बिपिन रावत की हेलिकाप्टर क्रैश में निधन के बाद उन्हें 28 सितंबर 2022 को सीडीएस के रूप में नियुक्त किया गया। हालांकि, उन्होंने 20 सितंबर 2022 को अपना कार्यभार संभाला। अनिल चौहान ने 40 साल तक सेना को अपनी सेवाएं दी हैं। वे 2021 में सेवानिवृत्त हुए थे। वे गोरखा राइफल्स से हैं। उन्हें 1981 में भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफल्स में कमीशन दिया गया था।
सीडीएस का कार्यकाल कितने वर्ष का होता है?
सीडीएस अधिकतम 65 वर्ष की आयु तक अपने पद पर सकेंगे। रक्षा मंत्रालय ने इसके लिए नियमों में संशोधन किया है। वहीं, सेना प्रमुख अधिकतम 62 वर्ष या तीन वर्ष के कार्यकाल (जो भी पहले हो) तक अपने पद बने रह सकते हैं। सुरक्षा संबंधी मंत्रिमंडलीय समिति ने 24 दिसंबर, 2019 को सीडीएस के पद के निर्माण को मंजूरी दी थी।
सीडीएस के कितने स्टार होते हैं?
सीडीएस के चार स्टार होते हैं। सीडीएस की वर्दी में कंधे पर सोने के धागों से बना प्रतीक चिह्न बना होता है। इसमें नौसेना का एंकर, सेना का तलवार और एयरफोर्स का बजा बना होता है। वहीं, सीडीएस के कॉलर पर मरून रंग का पैच होता है, जिसके ऊपर चार गोल्डेन स्टार बने होते हैं।
सीडीएस का वेतन कितना है?
सीडीएस को हर महीने ढाई लाख रुपये (दो लाख 50 हजार रुपये) मिलते हैं। इसमें वेतन और भत्ते भी शामिल होते हैं।