पीएम मोदी ने लाल किले से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि बैंकों से लेकर आंगनबाड़ियों तक ऐसा कोई मंच नहीं है जिसमें महिलाएं योगदान न दे रही हों। उन्होंने कहा गांवों में आज बैंक वाली दीदी हैं आंगनबाड़ी वाली दीदी हैं दवा देने वाली दीदी हैं और अब उनका सपना है कि गांव-गांव में लखपति दीदी हों। गांवों में दो करोड़ लखपति दीदी बनाना मेरा सपना है।
By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 15 Aug 2023 02:54 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। पीएम मोदी
(PM Modi) ने आज 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित किया। संबोधन के दौरान उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज के समय देश की महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़कर काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि बैंकों से लेकर आंगनबाड़ियों तक, ऐसा कोई मंच नहीं है, जिसमें महिलाएं योगदान न दे रही हों। उन्होंने कहा, "गांवों में आज बैंक वाली दीदी हैं, आंगनबाड़ी वाली दीदी हैं, दवा देने वाली दीदी हैं और अब उनका सपना है कि गांव-गांव में लखपति दीदी हों। गांवों में दो करोड़ लखपति दीदी बनाना मेरा सपना है।'
क्या है 'लखपति दीदी' योजना का उद्देश्य?
'लखपति दीदी' योजना के बारे में जानकारी देते हुए केंद्र सरकार 'लखपति दीदी' योजना के तहत दो करोड़ महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण की योजना बना रही है, जिसका उद्देश्य उन्हें सूक्ष्म उद्यम शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
अधिकारी ने जानकारी दी कि 'लखपति दीदी' योजना (Lakhpati Didi scheme) कुछ राज्यों में लागू है और अब सरकार इसके तहत दो करोड़ महिलाओं को प्रशिक्षित करने की योजना बना रही है।
महिलाओं को मिलेगी कई तरह की ट्रेनिंग
अधिकारी ने यह भी कहा कि महिलाओं को प्लंबिंग, एलईडी बल्ब बनाने और ड्रोन के संचालन और मरम्मत जैसे कौशल में प्रशिक्षित किया जाएगा।
देश की महिलाएं STEM में आगे
लाल किले से संबोधित करते हुए
पीएम मोदी ने कहा,"एक विदेशी दौरे पर मुझसे पूछा गया कि क्या आपके देश में महिलाएं साइंस- इंजीनियरिंग की पढ़ाई करती हैं तो मैंने उन्हें बताया कि भारतीय महिलाएं STEM में आगे हैं। STEM से मतलब है साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स।
उन्होंने आगे कहा कि जी-20 ने भी भारत के महिला नेतृत्व वाले विकास के दृष्टिकोण को स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा, "यह सुनिश्चित करना हर किसी की जिम्मेदारी है कि हमारी बेटियों के खिलाफ कोई अत्याचार न हो।