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Langya virus: चीन में मिला लांग्या वायरस लाएगा तबाही? जानें इसके लक्षण और कितना खतरनाक है संक्रमण

चीन में नया वायरस मिला है। लांग्या वायरस से 35 लोग संक्रमित हुए हैं। कोरोना के बाद इस नए वायरस ने चिंता बढ़ा दी है। लांग्या हेंड्रा और निपाह वायरस से संबंधित है जो मनुष्यों में बीमारी का कारण बनते हैं।

By Manish NegiEdited By: Updated: Thu, 11 Aug 2022 11:38 AM (IST)
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चीन में मिला नया वायरस लांग्या (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दुनियाभर में कोरोना महामारी ने काफी तबाही मचाई है। कोरोना के कारण लाखों लोगों की मौत हो गई जबकि करोड़ों लोग इसकी चपेट में आए। बहरहाल, कई देशों से कोरोना का असर अब काफी कम हो गया है, लेकिन अब एक नए वायरस ने टेंशन बढ़ा दी है। इसका नाम है जूनोटिक वायरस, हानिपावायरस। इसे लांग्या के नाम से भी जाना जाता है।

लांग्या वायरस ने चीन में कई लोगों को अपना निशाना बनाया है। शैनडॉन्ग और हेनान प्रांत 35 लोग इससे संक्रमित बताए जा रहे हैं। लांग्या हेंड्रा और निपाह वायरस से संबंधित है, जो मनुष्यों में बीमारी का कारण बनते हैं। आपको बताते हैं कि लांग्या वायरस के क्या लक्षण है? इससे लोग कैसे संक्रमित हो रहे हैं और ये कितना खतरनाक है।

कैसे संक्रमित हो रहे लोग?

चीनी शोधकर्ताओं को बुखार आए लोगों की नियमित निगरानी के दौरान इस वायरस का पता चला। इन लोगों ने हाल ही में जानवरों से संपर्क भी किया था। वायरस की पहचान हो जाने के बाद शोधकर्ताओं ने अन्य लोगों में वायरस की जांच की।

कहां से आया लांग्या वायरस?

अखबार में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये वायरस 2019 में पहली बार मनुष्यों में पाया गया था। बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रोबायोलॉजी एंड एपिडेमियोलॉजी के नेतृत्व में एक शोध किया गया था। जनवरी और जुलाई 2020 के बीच महामारी के पहले साल के दौरान लांग्या वायरस का कोई संक्रमण नहीं पाया गया था। शोध में पता चला कि घरेलू या जंगली जानवर वायरस का स्रोत हो सकते हैं। हालांकि उन्हें बहुत कम संख्या में बकरियां और कुत्ते मिले जो अतीत में वायरस से संक्रमित हो सकते थे।

क्या है लक्षण?

वायरस से पीड़ित लोगों में बुखार, थकान, खांसी और सिर दर्द की शिकायत हो रही है। इनमें बुखार सबसे आम लक्षण है। लोगों में भूख ना लगना, मांसपेशियों में दर्द और उल्टी की भी शिकायत हो रही है।

बचाव के उपाय

लांग्या वायरस से बचाव के लिए अभी किसी टीके का ईजाद नहीं हुआ है। लक्षणों को हिसाब से मरीजों का इलाज किया जा रहा है। शोधकर्ताओं का कहना है कि वायरस बहुत घातक नहीं है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।