'यह किस तरह की न्याय प्रणाली', कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कतर में 8 पूर्व नौसेना कर्मियों को मौत की सजा पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने शनिवार को आठ सेवानिवृत्त भारतीय नौसेना कर्मियों को मौत की सजा पर कतर के न्यायशास्त्र या न्याय देने की प्रणाली पर कड़ी आलोचना की और इसे मनमाना और मनमौजी बताया। आठ पूर्व नौसैनिकों को कतर की प्रथम दृष्टया अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। बता दें कि आठ पूर्व नौसैनिकों को कतर की प्रथम दृष्टया अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Sat, 25 Nov 2023 10:44 AM (IST)
एएनआई, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने शनिवार को आठ सेवानिवृत्त भारतीय नौसेना कर्मियों को मौत की सजा पर कतर के न्यायशास्त्र या न्याय देने की प्रणाली पर कड़ी आलोचना की और इसे 'मनमाना' और 'मनमौजी' बताया।
आठ पूर्व नौसैनिकों को कतर की प्रथम दृष्टया अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी।पूर्व केंद्रीय मंत्री तिवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, "इन 08 सम्मानित नौसेना कर्मियों पर कंगारू परीक्षण किया जा रहा है।"
कांग्रेस नेता ने कतर में पूर्व नौसैनिकों की मौज की सजा पर उठाए सवाल
पूर्व नौसेना अधिकारियों की सजा में विवाद के छह बिंदुओं की ओर इशारा करते हुए, कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट में कहा, आधी रात को की गई गिरफ्तारियां अवैध थीं।12 महीने तक एकान्त कारावास अवैध था। क्रूर यातना के तहत दबाव डालकर स्वीकारोक्ति प्राप्त की गई है। कोई भी आरोप सार्वजनिक नहीं किया गया है।
प्रथम दृष्टया न्यायालय के फैसले को सार्वजनिक नहीं किया गया है। मुझे सूचित किया गया है कि यहां तक कि परिवार के सदस्यों को भी दोहा की यात्रा करने और बचाव पक्ष के वकील के साथ एक गैर-प्रकटीकरण समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा जा रहा है ताकि फैसले को देखा/पढ़ा जा सके।