चिली के वैज्ञानिक ने एक ऐसा एस्ट्रायड खोजा है जिसकी कक्षा पृथ्वी की कक्षा से होकर गुजरती है। ये एस्ट्रायड इस लिहाज से काफी खतरनाक माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि यदि ये धरती से टकराता है तो इसके परिणाम काफी विनाशकारी होंगे।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Fri, 04 Nov 2022 01:10 PM (IST)
नई दिल्ली (आनलाइन डेस्क)। धरती की तरफ एक Asteroid बढ़ रहा है। इस Asteroid पर वैज्ञानिकों की नजर पहली बार गई है। वैज्ञानिकों ने इस 1.5 किमीर चौड़े क्षुद्रग्रह को 2022 एपी7 नाम दिया है। अब तक वैज्ञानिकों की नजरों से इसके छिपे रहने की सबसे बड़ी वजह थी इसकी वो जगह जहां इसको तलाश पाना काफी मुश्किल था। दरअसल, ये सूरज के बेहद करीब उस जगह पर मिला है जहां सूरज की भयंकर रोशनी होती है। ऐसे में किसी भी आकाशीय पिंड को देख पाना काफी मुश्किल हो जाता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये Asteroid जिसकी कक्षा पृथ्वी की कक्षा से हो कर गुजर रही है, भविष्य में धरती के करीब आ सकता है।
चिली के वैज्ञानिक ने तलाशा
इस Asteroid का पता चिली के विक्टर एम ब्लांको ने लगाया है। उन्होंने इसको तलाशने के लिए टेलिस्कोप में डार्क मैटर की स्टडी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले हाईटेक इक्यूपमेंट्स की मदद से इसको खोजा है। उन्हें इसके करीब कुछ दूसरे Asteroid भी दिखाई दिए हैं। विक्टर का कहना है कि ये Asteroid भी पृथ्वी के करीब हैं।
धरती की कक्षा से होकर गुजरता है इसका रास्ता
आपको बता दें कि अब तक वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के आस पास मौजूद करीब 30 हजार से अधिक धूमकेतुओं को खोजा है। कार्नेगी इंस्टीट्यूशन फारर साइंस के स्पेस साइंटिस्ट स्कॉट शेपर्ड का कहना है कि 2022 एपी7 का का रास्ता पृथ्वी की कक्षा से होकर गुजरना ही इसको खतरनाक श्रेणी में लाता है। हालांकि, उनका ये भी कहना है कि निकट भविष्य में इसके पृथ्वी से टकराने की आशंका नहीं है।
इन बातों पर निर्भर करती है ये टक्कर
वैज्ञानिकों के मुताबिक इस बात की आशंका इस पर निर्भर करती है कि अंतरिक्ष में मौजूद दूसरे ग्रहों का गुरुत्वाकर्षण बल इसमें किस तरह से बदलाव लाता है। वैज्ञानिकों की राय के मुताबिक इस स्थिति में अधिक समय के लिए पूर्वानुमान लगाना बहुत मुश्किल है। अमेरिका में स्थित नाइर लैब ने इस Asteroid को बीते 8 वर्षों में खोजा गया सबसे बड़ा पिंड बताया है, जो काफी खतरनाक हो सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस Asteroid को सूरज की परिक्रमा करने में करीब 5 साल का समय लगता है। इस तरह से जब ये पृथ्वी के सबसे करीब होगा तब भी इसकी हमसे दूरी करोड़ों मील की होगी।
आशंका कम, लेकिन खतरा बरकरार
इसलिए वैज्ञानिक इस आशंका को कम ही मान रहे हैं कि इसकी पृथ्वी से कोई टक्कर होगी। लेकिन यदि ऐसा हुआ तो ये टक्कर बेहद विध्वंसकारी होगी। इसका असर धरती पर रहने वाले सभी जीवों पर पड़ेगा, जिसमें इंसान भी शामिल है। शेपर्ड का कहना है कि इस टक्कर से हवा में उड़ने वाली धूल वातावरण को बेहद ठंडा कर देगी। इसका सीधा असर धरती पर मौजूद जीवन पर पड़ेगा। इसकी टक्कर कई जीवों को विलुप्त तक कर सकती है। शेपार्ड की ये रिसर्च एस्ट्रोनॉमिकल जर्नल में पब्लिश हुई है।
30 हजार क्षुद्रग्रह की हो चुकी है खोज
गौरतलब है कि वैज्ञानिकों ने अब तक पृथ्वी के करीब 30,000 क्षुद्रग्रह खोजे हैं। इनमें 1 किमी से अधिक की चौड़ाई वाले 850 क्षुद्रग्रह हैं। इन्हें नियर अर्थ आब्जेक्ट्स कहा जाता है। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले 100 वर्षों में भी इनमें से कोई पृथ्वी से नहीं टकराने वाला है। इनमें से कई सूरज की रोशनी में छिपे हुए हैं। आपको यहां पर ये भी बता दें कि भविष्य में Asteroid से पृथ्वी को होने वाले नुकसान को ध्यान में रखते हुए ही नासा ने सितंबर में डार्ट मिशन को सफलतापूर्वक पूरा यिका था। नासा ने ये मिशन ये देखने के लिए किया था कि क्या इस तरह की टक्कर से Asteroid की गति और दिशा में परिवर्तन लाया जा सकता है या नहीं।
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